नई दिल्ली। लीक हुए पनामा पेपर के आधार पर आयकर विभाग ने 426 मामलों की जांच पड़ताल की है जिनमें से 74 के विरूद्ध कार्रवाई की जा रही है और उनमें से 12 में 1140 करोड़ रुपए के विदेशों में अघोषित निवेश का खुलासा हुआ है और जो नए मामले प्रकाश में आये हैं उन पर भी त्वरित कार्रवाई की जाएगी।
आयकर विभाग ने गुरुवार को जारी बयान में कहा कि पनामा पेपर लीक के बाद उसने 426 मामलों की जांच शुरू की थी जिनमें से 352 मामले कार्रवाई योग्य नहीं पाए गए और 74 मामलों को कार्रवाई के लिए आगे बढ़ाया गया है।
62 मामलों में तेजी से कार्रवाई की गई और 50 मामलों में तलाशी भी की गई और 12 मामलों के सर्वेक्षण में 1140 करोड़ रुपए के विदेशों में अघोषित निवेश का खुलासा हुआ।
उसने कहा कि 16 मामलों में आपराधिक मामले दर्ज किए गए हैं जो अदालती प्रक्रिया के विभिन्न चरणों में है। कालेधन कानून की धारा 10 के तहत 32 मामलों में नोटिस जारी किए गए हैं। पनामा पेपर लीक मामले में की गई कार्रवाई का हवाला देते हुए विभाग ने कहा है कि सरकार विदेशों में रखे गए कालेधन ने निपटने पर ध्यान लगाए हुए हैं।
पनामा पेपर मामले के प्रकाश में आने के तत्काल बाद केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड के अध्यक्ष के संयोजन में मल्टी एजेंसी समूह बनाया गया और अपुष्ट जानकारियों के आधार पर त्वरित जांच की गई तथा दूसरे देशों से मिले सकारात्मक सहयोग के आधार पर इस मामले का जो परिणाम आया है वह संतोषजनक है।
सरकार ने आश्वस्त किया है कि पनामा पेपर लीक के जरिये जो ताजी सूचनाएं मिली है उन पर भी निर्धारित समयावधि में त्वरित कार्रवाई की जाएगी।