अजमेर। राजस्थान में पंचायत राज चुनाव के तीसरे चरण में अजमेर जिले की दो पंचायत समितियों में हुए मतदान का अंतिम प्रतिशत 53.95 प्रतिशत रहा।
जिला निर्वाचन कार्यालय अधिकृत सूत्रों के अनुसार मसूदा पंचायत समिति में 55.91 प्रतिशत तथा जवाजा पंचायत समिति 50.56 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। इस तरह दोनों पंचायत समितियों का कुल औसत मतदान प्रतिशत 53.95 प्रतिशत रहा।
उल्लेखनीय है कि अजमेर जिले में मतदान प्रतिशत का ग्राफ अलग अलग चरणों में गिरता हुआ दिखाई दे रहा है। प्रथम चरण की चार पंचायत समितियों में 59.73 प्रतिशत, द्वितीय चरण की तीन पंचायत समितियों में 58.65 प्रतिशत तथा आज दो पंचायत समितियों में 53.95 प्रतिशत मतदान हुआ।
इस बीच अजमेर देहात भाजपा के मीडिया प्रभारी मोहित जैन ने गिरते हुए मतदान प्रतिशत पर सवाल खड़े करते हुए इसे प्रशासन की उदासीनता करार देते हुए मांग की है कि प्रशासन चौथे चरण में मतदाता को जागरूक करते हुए मतदान के लिए प्रेरित करें।
झुकी कमर के बावजूद निभाया मतदान का फर्ज
खरवा के मंगला राम जो 86 वर्ष के हैं। उम्र के बोझ से उनकी कमर झुक गई है। लाठी के सहारे उन्होंने मतदान केंद्र में प्रवेश किया और लोकतंत्र के प्रति अपनी आस्था को मजबूत किया। स्थानीय नागरिकों एवं महिलाओं ने उन्हें पहले मतदान करने के लिए कहां। सब ने अपनी पंक्ति को रोक कर मंगलाराम को मतदान करने के लिए आगे किया। उन्होंने उम्र के इस पड़ाव में भी बिना सहारे मतदान किया। यह उनकी भारत के लोकतंत्र के प्रति आस्था का परिचायक है।
1928 में जन्मी फूली देवी ने किया मतदान
देवाता की फूली देवी का जन्म 1928 में हुआ था। उन्होंने जीवन के 92 बसंत देखे हैं। इस उम्र में भी फूली देवी का मतदान करने का जज्बा और जोश कम नहीं हुआ है। मतदान केंद्र पर पहुंचते ही स्काउट ने उनका हाथ थाम लिया। परिजनों तथा स्काउटस ने उन्हें बूथ पर उपलब्ध व्हीलचेयर पर बैठा कर मतदान करवाया। उम्र के इस पड़ाव पर भी मतदान के लिए घर से निकलने की इच्छाशक्ति से ही लोकतंत्र को मजबूती मिलेगी।
85 वर्ष मैं भी है मतदान का जोश
बड़ाखेड़ा की सुशीला ने 85 साल की उम्र में भी मतदान किया। उन्होंने परिजनों का सहयोग लिया। घर से मतदान बूथ तक अपने घर के वाहन से आई। इसके पश्चात मतदान केंद्र पर उपलब्ध व्हीलचेयर पर बैठकर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इसमें गौर करने वाली बात यह है कि इन्हें अवस्था के अनुरूप चलने फिरने में परेशानी होने के बावजूद अपने मताधिकार का प्रयोग किया।