जैसलमेर। राजस्थान में जैसलमेर के सांकड़ा थाना क्षेत्र में विवाहित प्रेमिका द्वारा अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या करने के एक वर्ष पुराने मामले में जातीय पंचों ने एक साथ 45 परिवारों का हुक्का पानी बंद करने का फरमान जारी कर दिया है।
इस फैसले के खिलाफ पीड़ित लोग जैसलमेर के पुलिस अधीक्षक अजय सिंह से मिले एवं सुरक्षा की गुहार की। इस पर सिंह ने फरमान जारी करने वाले 12 गांवों के 30 पंचों को पाबंद कर दिया है।
पीड़ितों ने सिंह को सौंपे गए ज्ञापन में बताया कि मेघवाल समाज के सांकड़ा में पिछले वर्ष 17 अगस्त को एक विवाहित महिला ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या कर दी थी।
इसके बाद उस मामले में शामिल पत्नी के प्रेमी के भाई एवं परिजनों के परिचित 45 परिवारों को समाज के 12 गांवों के 30 पंचों ने समाज से बेदखल करने का फरमान जारी कर दिया। ये परिवार सांकड़ा थाना क्षेत्र के बेतिना गांव के 45 मेघवाल समाज से हैं, जिन्हें समाज से बहिष्कृत किया गया।
पंचों का तर्क था कि युवक ने एक शादीशुदा महिला से प्रेम करने का अपराध किया है, इसलिए उसके रिश्तेदारों के परिवारों का हुक्का पानी बंद किया जा रहा है।
इस संबंध में इस मामले की पुलिस अधीक्षक अजयसिंह ने पुष्टि करते हुए बताया कि उनसे खाप पंचायत से पीड़ित पक्ष मिला था। चूंकि यह हत्या का मामला सांकड़ा थाने का था, लेकिन कई पीड़ित पक्ष सांगढ़ थाने से संबंधित थे।
ऐसे में उन्होंने सांकड़ा एवं सांगढ़ थाने के थानाधिकारी को निर्देश दिए हैं कि वे इन खाप पंचायत के पंचों को पाबंद करें फिर भी यदि भी यदि वे नहीं मानते हैं तो उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए।