मुंबई। बॉलीवुड के जाने माने अभिनेता पंकज त्रिपाठी क्रिटिक्स च्वाइस अवार्ड्स के विजेताओं के साथ हुए वर्चुअल पैनल कॉन्फ्रेंस के दौरान भावुक हो गए।
फिल्म गुंजन सक्सेना : द कारगिल गर्ल के लिए बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का पुरस्कार पाने वाले पंकज अपने धन्यवाद भाषण के दौरान इस इंडस्ट्री में आने की वजह याद करके भावुक हो गए।
पंकज त्रिपाठी ने कहा, बिहार में, गंडक नामक एक नदी है जो नेपाल से बहती है उसे नारायणी भी कहते हैं। नदी के उत्तर में, चंपारण नामक एक जिला है और दक्षिण की ओर, गोपालगंज नामक एक जिला है। 1988-99 में, मैंने एक लेख पढ़ा कि चंपारण के एक लड़के ने बतौर अभिनेता सिनेमा में एंट्री की। यह खबर उस नदी के दक्षिण में स्थित एक छोटे से जिले में एक लड़के ने पढ़ी, वो लड़का मैं हूँ और वह अभिनेता कोई और नहीं मनोज भैया (मनोज बाजपेयी) थे। मैंने सोचा कि यदि नदी के उस किनारे का कोई व्यक्ति अभिनेता बन सकता है तो मैं क्यों नहीं! वह न्यूज़ मेरे दिल में बस गयी। आज मेरे लिए दो सम्मान की बात है एक इस अवार्ड को जीतना और दूसरी मनोज भैया के साथ बैठना।