मुंबई। मुंबई के एक सेवानिवृत्त सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) शमशेर खान पठान ने सनसनीखेज आरोप लगाया है कि मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परम बीर सिंह ने आतंकवादी और 26/11 के आरोपी अजमल कसाब के मोबाइल फोन को जब्त कर लिया था लेकिन उसे कभी भी विभाग में जमा नहीं किया।
जुलाई, 2021 में लिखे एक पत्र में, जिसकी प्रति गुरुवार को मीडिया को उपलब्ध कराई गई, पठान ने आरोप लगाया कि सिंह ने अपने अधीनस्थ की आवाज को दबाने के लिए पुलिस बल में एक वरिष्ठ अधिकारी के रूप में अपनी शक्ति और पद का दुरुपयोग किया।
उन्होंने कहा कि गत 26 नवंबर 2008 को गिरफ्तार किए गए कसाब के पास से बरामद मोबाइल के तौर पर बरामद एक महत्वपूर्ण सबूत को छिपाने, उसका दुरुपयोग करने या फिर नष्ट करने से पाकिस्तान में आतंकवादियों और दुश्मनों के साथ-साथ हमारे देश के कुछ लोगों की मदद की गई।
पठान ने सिंह पर अपनी स्थिति और अधिकार का उपयोग करके जांच को समाप्त करने का आरोप लगाते हुए कहा कि 26/11 के आतंकवादी हमलों के दौरान सिंह जो तत्कालीन डीआईजी एटीएस थे, ने आतंकवादी अजमल कसाब के फोन को जब्त कर लिया, यह सुनिश्चित करते हुए कि फोन कभी भी जांच या परीक्षण के दौरान पेश नहीं हो सके।