अयोध्या। अयोध्या में विवादित रामजन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण को लेकर आमरण अनशन डटे छावनी के महंत परमहंस दास ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी यदि इस बारे में उन्हें ठोस आश्वासन देते है तो वह अनशन समाप्त करने पर विचार कर सकते हैं।
अपने आश्रम के सामने अशोक वृक्ष के नीचे आमरण अनशन पर बैठे परमहंस दास ने कहा कि अनशन तोड़वाने के लिए प्रशासन का दबाव बढ़ रहा है। शनिवार देर शाम अयोध्या विधानसभा के विधायक वेदप्रकाश गुप्ता, श्रीरामजन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष एवं मणिरामदास छावनी के महंत नृत्यगोपाल दास के उत्तराधिकारी महंत कमल नयन दास, दिगम्बर अखाड़ा के महंत सुरेश दास और जिलाधिकारी ने अलग-अलग भेंट की।
उन्होंने कहा कि विधायक वेदप्रकाश गुप्ता ने बताया कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि अनशन तोड़ दें, अगर आप चाहें तो टेलीफोन से मैं बात करा सकता हूं या लखनऊ राजधानी चलकर आप स्वयं उनसे बात कर सकते हैं। मैंने साफ शब्दों में मना कर दिया कि मैं अनशन तोडऩे वाला नहीं हूं।
दास ने विधायक से कहा कि अगर आप लोग यही चाहते हैं तो मुख्यमंत्री उनकी बात टेलीफोन या इंटरनेट के माध्यम से प्रधानमंत्री से करा दे। उनके आश्वासन के बाद अनशन समाप्त करने पर विचार किया जा सकता है।
एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि मुझे रामलला सपने में आए और कहा कि आप अनशन करो, मंदिर का निर्माण हो जाएगा। इसलिए मैं अयोध्या के किसी भी संत धर्माचार्यों से राय न लेकर स्वयं अनशन पर बैठ गया। अपर जिलाधिकारी नगर विंध्येश्वरी राय, पुलिस अधीक्षक नगर, सीओ अयोध्या भी आए थे। सभी प्रशासनिक अधिकारी यही चाहते हैं कि प्रदेश सरकार की राय है कि अनशन तोड़ दें।
इस बीच डॉक्टरों की टीम ने अनशनरत पुजारी के स्वास्थ्य का परीक्षण किया। चिकित्सकों ने कहा कि दास के वजन में गिरावट का दौर जारी है और अगर इसी तरह अनशन जारी रहा तो स्वास्थ्य आगे घातक भी हो सकता है।