अहमदाबाद। गुजरात के अहमदाबाद में दस्तावेजों की गड़बड़ी और धोखाधड़ी के चलते दिल्ली पब्लिक स्कूल (डीपीएस ईस्ट) की मान्यता रद्द होने के बाद आज इसके छात्र और अभिभावक हीरापुर स्थित स्कूल के समक्ष प्रदर्शन करने के लिए जुट गए।
विवादास्पद धर्मगुरू नित्यानंद के यहां के आश्रम को गैरकानूनी तरीके से लीज पर जमीन देने के कारण इसके प्रधानाध्यपक की गिरफ्तारी के बाद मामले की विस्तृत छानबीन के दौरान पता चला कि इस स्कूल के पास कक्षा एक से आठ तक सीबीएसई की मान्यता थी ही नहीं।
इसे बंद कर दिया गया है और राज्य सरकार के शिक्षा विभाग ने इसके छात्रों को आसपास के स्कूलों में स्थानांतरित करने की बात कही है। हालांकि 10वीं और 12वीं के छात्राें को संबंधित बोर्ड परीक्षा में बैठने की अनुमति दे दी गई है। छात्रों और अभिभावकों ने उनके भविष्य को ध्यान में रखते हुए स्कूल को चालू रखने का आग्रह शिक्षा विभाग से भी किया।
ज्ञातव्य है कि इसके एक पूर्व प्राचार्य और दो ट्रस्टियों को भी मान्यता के मामले में धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज मामले में आरोपी बनाया गया है। उधर, सीबीएसई की एक टीम कल यहां आने की संभावना है जो पूरे मामले को देखेगी।