सबगुरु न्यूज-सिरोही। सिंदरथ हादसे में काल का ग्रास बनी पारो ने तो स्कूल की प्रवेशोत्सव रैली में शामिल अपने बेटे हिमांशु को हाथ हिलाया था, लेकिन शायद जिंदगी ने को ये गलतफहमी हो गई कि पारू ने उसको अलविदा कह दिया है।
सिरोही के निकट कांडला हाइवे पर स्थित सिंदरथ गांव में हुए हादसे से पहले मृतका पारूदेवी 40 पत्नी गणेशाराम हीरागर अपनी गर्भवती बेटी रिंकू को सिरोही चिकित्सालय चैकअप करवाने के लिए ले जाने के लिए गांव के बस स्टैण्ड पर खडी थी। इसी दौरान गांव के राजकीय आदर्श विद्यालय में पढने वाला उसका बेटा हिमांशु स्कूल की प्रवेशोत्सव रैली में वहां से निकला। मां और बहन रिंकु ने उसे हाथ हिलाया।
उसे कहा कि तू रैली से आ, हम सिरोही जाकर आ रहे हैं। रैली गांव में पंचायत की ओर मुड गई। मां की आंखें पीछे तक रैली निहारती रही और बेटा आंखों से ओझल हो गया, लेकिन काल की आंखों शायद पारू ओझल नहीं हुई थी। तीन मिनट बाद ही पावापुरी की तरफ से आ रहा टैंकर अनियंत्रित होकर उसके उपर गिर गया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हादसे का सूचना रैली तक भी पहुंची।
रैली को तुरंत विसर्जित करके सभी लोग मदद के लिए घटनास्थल पर पहुंचे। वहां पता चला कि हादसे में उन्हीं की स्कूल के बच्चे की मां भी इस टैंकर के नीचे दब गई। कक्षा नौ में पढने वाला हिमांशु भी मां को ढूंढने और टैंकर के नीचे से निकालने को छटपटाने लगा, लेकिन टैंकर गिरने से उसकी मां के कुचलने की आशंका से स्कूल अध्यापकों और ग्रामीणों ने उसे रोक लिया। मृतका की बेटी रिंकू जो कि आठ माह की गर्भवती है। वह भी इस हादसे में घायल होकर सिरोही के ट्रोमा सेंटर में भर्ती है। ग्रामीण और रिश्तेदार उसकी तिमारदारी में लगे हैं।
नौ साल पहले इसी मोड पर बाल-बाल बचा था छगनलाल
टैंकर की चपेट में आकर जान गवांने वाला दूसरा मृतक छगनलाल पुत्र जेसाराम हीरागर है। ग्रामीणों ने बताया करीब आठ-नौ साल पहले इसी जगह पर छगन अपने मित्र के साथ हादसे का शिकार हुआ था। उस समय मौत ने उसे बख्श दिया। गुरुवार को हुए हादसे में टैंकर की चपेट में आने के बाद उसकी मौत हो गई।
दो की मौत, तीन जने हुए घायल
जिला मुख्यालय से करीब 3 किलोमीटर दूर कांडला हाइवे पर सिंदरथ गांव में कांडला से बूंदी जा रहा टैंकर गुरुवार को दोपहर मो पलट गया। इसकी चपेट में आने से दो लोगों की मौत हो गयी और तीन जने गंभीर रूप से घायल हो गए।
पुलिस के अनुसार एक केमिकल से भरा टैंकर बूंदी ज्ज रहा था। सिन्दरथ गांव में ये अचानक अनियंत्रित होकर पलट गया। इसकी चपेट में कई लोग आ गए। हादसा होते ही ग्रामीण मदद को पहुंच गए।
इसकी चपेट में आने से रिक्शा स्टैंड खड़ी सिंदरथ निवासी पारूदेवी (40) पत्नि गणेशराम हिरागर की मौके पर ही मौत हो गई। वही गंभीर घायल हुए लोगों को सिरोही जिले चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया। यहां से छगनलाल (40) पुत्र जेसाराम हिरागर को उच्च उपचार के लिए उदयपुर के लिए रेफर किया गया, लेकिन उसकी बीच रास्ते में ही मौत हो गई।
सडक हादसे में घायल हुए टैंकर चालक राज पुत्र मोहब्बतसिंह, कैलाश उर्फ कुइयाराम पुत्र चेलाराम जाति मेघवाल, रिंकु पुत्री गणेशराम हिरागर का जिला अस्पताल में उपचार चल रहा है। सूचना मिलने पर सिरोही चिकित्सालय में पूर्व विधायक संयम लोढा पहुंचे तो गांव में मदद के लिए ग्रामीणों समेत भाजयुमो जिलाध्यक्ष हेमंत पुरोहित ने प्रशासन से बात की, इसके बाद म्रतको को 50 हजार तथा घायलो को 10-10 हजार रुपए सहायता राशि तुर्ंत जारी कि गई।