परीक्षित मिश्रा
सबगुरु न्यूज-सिरोही। डोनाल्ड ट्रम्प की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद चर्चा में आई हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन आंशिक मात्रा में फिर से राजस्थान के बाजारों में आएगी। राजस्थान सरकार ने ऐसा उन मरीजों की तकलीफ को ध्यान में रखते हुए किया है जो ऑर्थराइटिस की समस्या से जूझ रहे हैं।
इस दवा का उपयोग मलेरिया के साथ आर्थराइटिस के उपचार में भी किया जाता है। कोरोना संक्रमण फैलने के बाद इसे अधिगृहित करवा लिया गया था, इसका प्रयोग अन्य बीमारियों में भी होने से इसका आंशिक भाग फिर बाजारों मे ंदेने का आदेश हुआ है। मीडिया रिपोर्टस के अनुसार भारत फिलहाल हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन की प्रतिमाह बीस करोड़ गोलियां बना सकता है।
पच्चीस प्रतिशत फिर लौटाने के आदेश
राजस्थान सरकार के आदेशानुसार कोरोना महामारी के फैलने के साथ ही बाजारों से हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवा का बाजार का स्टॉक मेडीकल स्टोर्स और होलसेलर्स से अधिगृहित कर लिया था। इन्हें सरकारी स्टोर्स में जमा करवा दिया गया था।
सीएमएचओ डॉ राजेश कुमार ने बताया कि सरकारी स्टोर्स में अधिगृहित की गई दवा का पच्चीस प्रतिशत फिर से बाजारों में देने के आदेश जारी किए गए हैं। पहले इन्हें स्टोर में अधिगृहित किया गया था, जिसे कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए ब्लॉकवार भेज भी दिया गया है। उल्लेखनीय है कि कोरोना के उपचार मे काम आने के कारण इस दवा की बाजार में पहले ही उपलब्धता कम होने की सूचनाएं आ चुकी हैं।
सिर्फ चिकित्सकीय मार्गदर्शन में ही दिया जाता है
कोरोना के उपचार में इसे सिर्फ चिकित्सकीय मार्गदर्शन में ही सिम्पटम के आधार पर दिया जाता है। बिना चिकित्सकीय मार्गदर्शन के स्वेच्छा से लेने पर इसका नुकसान भी हो सकता है। जिला चिकित्सालय के पीएमओ डॉ दर्शन ग्रोवर ने बताया कि इसे कोरोना के उपचार में लगे चिकित्सकों और सहयोगी स्टाफ को आईसीएमआर की गाइडलाइन में दिया जाता है। चिकित्सकों को तीन दिन और कोरोना के मरीजों के क्लोज कॉन्टेक्ट में रहने वाले लोगों को सात दिन देखरेख में कोर्स दिया जाता है।
बिना चिकित्सकीय पर्ची के किसी को नहीं मिलेगी
राज्य सरकार ने जो आदेश जारी किए हैं उसके अनुसार हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन के 200/400 एमजी के अधिगृहित स्टॉक के पच्चीस प्रतिशत को अन्य बीमारी के मरीजों के लिए फिर से बाजार में लौटाया जाएगा। यह दवाएं चिकित्सकीय पर्चियों पर ही ऑर्थराइटिस या अन्य बीमारी के मरीजों को उपलब्ध करवाई जाएगी। इसकी कालाबाजारी या मुनाफा खोरी रोकने के लिए नियमित रूप से जांच होगी।
इनका कहना है…
जिले में हॉड्रोक्सीक्लोरोक्वीन के तीन होलसेलर्स और रीटेलर्स से यह दवा अधिगृहित करके सरकारी स्टोर में जमा करवा दी गई थी। इसका पच्चीस प्रतिशत स्टॉक बाजार में लॉटाने के आदेश आए हैं। कोरोना संक्रमण के बाद नियमित रूप से सभी होलसेल और रीटेलर्स के पास से आवश्यक दवाओं का स्टॉक वेरीफिकेशन किया जा रहा है।
पुष्पा सोलंकी
डीआई, सिरोही।
सरकारी सप्लाई एक बार आई थी। बाजारों से अधिगृहित की गई दवाओं का कुछ अंश ब्लॉक्स में भेज दिया गया है। अधिगृहित की गई हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन में से पच्चीस प्रतिशत लौटाने के आदेश आए हैं।
डॉ राजेश कुमार
सीएमएचओ, सिरोही।