अहमदाबाद/भरूच। गुजरात में राजस्व खुफिया निदेशालय की टीम ने भरूच जिले के अंकलेश्वर की एक रासायनिक फैक्ट्री पर छापेमारी कर दो करोड़ रूपए से अधिक कीमत का मेफेड्रोन नाम का मादक पदार्थ बरामद किया है, जो आम तौर पर म्याऊ म्याऊ के नाम से जाना जाता है और पार्टियों में अवैध तरीके से नशे के लिए बहुतायत में इस्तेमाल होता है।
डीआरआई के एक अधिकारी ने बताया कि मैट्रिक्स फाइन केम एंड लेबोरेट्री के मालिक संकेत पटेल को भी उनके आवास से गिरफ्तार कर लिया गया है। वह स्वयं कार्बनिक रसायन विषय में पीएचडी हैं पर उन्होंने इस फैक्ट्री की आड़ में मेफेड्रोन बनाने और इसका धंधा करने की बात स्वीकार की है।
डीआरआई की सूरत और वापी इकाइयों की इस कार्रवाई में 2.019 किलो पाउडर अथवा ठोस मेफेड्रोन और 8.330 किलो तरल रूप में तथा इसके अतिरिक्त इन्हें बनाने में प्रयुक्त होने वाला 80.130 किग्रा प्रोपीनाइल क्लोराइड और 83 किग्रा टाउलिन मौके से बरामद किया गया है।
इनकी संयुक्त कीमत दो करोड़ रूपए से अधिक है। उन्होंने बताया कि कोकीन के जैसा पर इससे थोड़े हल्के असर वाले मेफेड्रीन अथवा म्याऊ म्याऊ को पानी में घोल कर अथवा इंजेक्शन के जरिये लिया जाता है। पार्टी ड्रग्स के तौर पर इसका भारत में इस्तेमाल हाल के दिनों में खासा बढ़ गया है।
डीआरआई सूरत अथवा वापी की ओर से पिछले तीन माह में यह मादक पदार्थों की तीसरी बड़ी बरामदगी है। इससे पहले डीआरआई वापी ने इसकी मुंबई इकाई के साथ मिल कर गत मई माह में महाराष्ट्र के पालघर की एक दवा फैक्ट्री से बडे पैमाने पर ट्रामाडोल नाम का मादक पदार्थ और डीआरआई सूरत और वापी ने उसके बाद वलसाड की एक फैक्ट्री से भी ट्रामाडोल बरामद किया था। दोनो बरामदगी की कुल कीमत 100 करोड़ से अधिक थी। उस सिलसिले में कुल पांच लोगों को पकड़ा गया था।