भोपाल। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के करीबी माने जाने वाले मध्यप्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष जीतू पटवारी के एक कथित वायरल वीडियो ने ऐन चुनाव के पहले प्रदेश में पार्टी की किरकिरी कर दी है।
सोशल मीडिया पर वायरल इस वीडियो में पटवारी कथित तौर पर लोगों से ये कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि लोग सिर्फ उनकी लाज रख लें, पार्टी गई तेल लेने। ये वीडियाे इंदौर जिले के राऊ का बताया जा रहा है, जहां से पटवारी विधायक हैं।
पटवारी प्रदेश में राहुल गांधी के खासे करीबी माने जाते हैं। मंदसौर में पुलिस गोलीबारी में किसानों की मौत के बाद राहुल गांधी के दौरे के दौरान उन्हें अपनी मोटरसाइकिल पर बैठा कर लाने से पटवारी देश भर में मीडिया की सुर्खियों में आ गए थे।
हालांकि कांग्रेस अब यह कह कर बचाव की मुद्रा में आ गई है कि जीतू पटवारी से दूसरे दलों के समर्थकों ने अपने दल की बात की थी, जिसके जवाब में उन्होंने ये बात कही।
कांग्रेस के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता ने कहा कि जनसंपर्क में अमूमन नेता सभी दलों के समर्थकों से मुलाकात करते हैं, पटवारी से भी जनसंपर्क के दौरान संबंधित व्यक्ति ने दूसरे दल का समर्थक होने की बात कही, जिसके जवाब में उन्होंने उस समर्थक की पार्टी के संदर्भ में ये बात कही। गुप्ता ने इस बात को पूरी तरह नकार दिया कि पटवारी की ये टिप्पणी कांग्रेस के संदर्भ में थी।
वहीं वीडियाे वायरल होने ने भारतीय जनता पार्टी को पार्टी पर हमला बोलने का एक और अवसर दे दिया है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि वीडियो ने उजागर कर दिया है कि कांग्रेस अब तक के अपने सबसे बुरे दौर में है। कार्यकारी अध्यक्ष को भी पार्टी की डूबती नैया का भान हो गया है और इसलिए वे लोगों से सिर्फ खुद का ध्यान रखने की अपील कर रहे हैं।
कांग्रेस से जुड़ा ये दूसरा वीडियो है, जिसने पार्टी को निशाने पर ला दिया है। इसके पहले पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी महासचिव दिग्विजय सिंह का भी एक कथित वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वे लोगों से ये कहते हुए सुनाई दे रहे थे कि वे भाषण और प्रचार के लिए नहीं जाते क्योंकि उनके इस कदम से कांग्रेस के वोट कटते हैं।
दिग्विजय सिंह के ही कार्यकाल में कांग्रेस विधायक रहीं कल्पना परुलेकर ने भी कल संवाददाताओं से ये कहते हुए सनसनी फैला दी थी कि सिंह सही कह रहे हैं, उन्होंने प्रदेश का बंटाधार किया है, उनके भाषण और प्रचार करने से पार्टी के वोट कट जाते हैं। उन्होंने कहा कि ये सभी लोग जानते हैं, लेकिन दिग्विजय सिंह ने ये क्यों बोला, उन्हें ये सब बोलने की जरुरत ही नहीं थी।