जौ हमारे स्वाथ्य के लिए बहुत ही फायदेमंद अनाज है। जौ गेहू की प्रजाति का ही एक अनाज होता है। इसके सेवन से हमारे शरीर को कई प्रकार के पोषक तत्त्व मिलते है। जौ में लैक्टिक ऐसिड, फॉस्फोरिक एसिड, पोटैशियम और कैल्सियम मुख रूप से पाए जाते है। जौ हम लोगों कई तरह की बीमारियों से बचाता है। जौ गेहू से हल्का और मोटा अनाज होता है।
पथरी की समस्या दूर करे –
आपको भी अगर पथरी की समस्या है, तो यकीन मानिए कि जौ से ज्यादा असरकारक दवा आपके लिए नहीं हो सकती । पथरी से पीड़ित व्यक्ति को रोज़ एक गिलास उबला हुआ ठंडा जौ का पानी पीना चाहिए। जौ का पानी पीने से पथरी गलने लगती है । पथरी की समस्या में लोग जौ की रोटी, धाणी और जौ का सत्तू भी ले सकते हैं।
डायबिटीज में सहायक –
कहते हैं कि डायबिटीज से ज्यादा घातक बीमारी कोई और नहीं। ये बीमारी लोगों की लाइफस्टाइल पर भी निर्भर करती है। इसके लिए कोई एलोपेथिक दवा काम नहीं करती। इस वजह से इससे छुटकारा पाने के लिए हेल्दी डाइट लेनी बहुत जरूरी है । डायबिटीज हमारे खान पान व लाइफस्टाइल पर निर्भर करती है। इसके लिए कोई भी एलोपैथिक दवा असर नहीं करती। इस बीमारी से छुटकारा पाने के लिए हमे हेल्दी डाइट की जरुरत होती है। डायबिटीज के मरीज को जौ व चने की आटे की रोटी व सत्तू का प्रयोग करना चाहिए।
रंग निखारे –
जौ सिर्फ हमारे लिए आंतरिक ही नहीं बाहरी रूप से भी फायदेमंद है। ये हमारी त्वचा में निखार लाता है। जौ के आटे में हल्दी, सरसो का तेल और थोड़ा सा पानी मिलाकर इसका बना लें। नियमित रूप से इस लेप का प्रयोग करें व गरम पानी से स्नान कर ले। कुछ ही दिनों में आपकी त्वचा में निखार आ जाएगा।
मोटापे को कर देगा रफूचक्कआर –
आजकल की लाइफस्टाइल में मोटापा एक बड़ी और आम समस्या बन चुका है। इस बात में भी कोई दो राय नहीं है कि दुनिया में करीब 95 प्रतिशत लोग मोटापे की समस्या से परेशान रहते हैं। ऐसे में जौ के सत्तू और त्रिफले के काढ़े में शहद मिलाकर पीने से मोटापा समाप्त हो जाता है। इसके अलावा जो व्यक्ति कमजोर हैं वे जौ को दूध के साथ खीर बना कर खाने से मोटे हो जाते हैं।