जयपुर। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा ने कहा कि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने जयपुर नगर निगम ग्रेटर की पूर्व मेयर के पति राजाराम की भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तारी के बाद भारतीय जनता पार्टी का चेहरा बेनकाब हो गया है।
डोटासरा ने आज कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय पर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि प्रदेश एवं देश में आज यह चर्चा चरम पर है कि जयपुर नगर निगम ग्रेटर के पूर्व मेयर के पति आरएसएस के दफ्तर के अंदर आरएसएस प्रमुख की मध्यस्था में उसके सामने बैठकर बी.वी.जी. कम्पनी के बकाया बिलों के भुगतान की एवज में 20 करोड़ रूपये बतौर कमीशन घूस लेने का सौदा करने की बात करते हुए एक वीडियो में नजर आए हैं।
उन्होंने कहा कि मेयर पति का घूस मांगने का वीडियो सामने आने के पश्चात एसीबी द्वारा उक्त वीडियो की जॉंच राज्य विधि विज्ञान प्रयोगशाला में करवाने के साथ ही तेलंगाना प्रदेश की एफएसएल में भी जॉंच करवाई तथा वीडियो के सही पाये जाने पर पूर्व मेयर पति राजाराम गुर्जर की गिरफ्तारी भ्रष्टाचार करने के आरोप में की गई है।
उन्होंने एसीबी से सवाल किया है कि वीडियो के प्रमाणित होने की रिपोर्ट प्राप्त होने के पश्चात् उक्त वीडियो में मौजूद आरएसएस के पदाधिकारी जो उस वीडियो में मेयर पति राजाराम के साथ बिल पास करवाने की एवज में कमीशन मांगने में संलिप्त हैं की गिरफ्तारी क्यों नहीं की गई है?
उन्होंने कहा कि वीडियो में स्पष्ट रूप से दर्शित है कि पूर्व मेयर पति बी.वी.जी. कम्पनी के अधिकारियों से यह कह रहे हैं कि उक्त आरएसएस के पदाधिकारी भाई साहब जो निम्बाराम बताए जाते हैं किसी से मिलते नहीं है, केवल आप ही से मिल रहे हैं, आप किसी को भाई साहब के बारे में मत बताना, इनकी मौजूदगी में 10 प्रतिशत कमीशन की डील की गई।
डोटासरा ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से सरकार एवं एसीबी से मांग की है कि पूर्व मेयर पति के वीडियो के प्रमाणित होने के पश्चात् उक्त वीडियो में नजर आ रहे सभी लोगों की अविलम्ब गिरफ्तारी की जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि जो लोग धर्म के नाम पर राजनीति करते हैं, चंदा लेते हैं तथा जनता द्वारा दिए गए चंदे का दुरूपयोग कर अमानत में खयानत करते हैं ऐसे लोगों पर तुरंत कार्यवाही की जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार की भ्रष्टाचार के विरूद्ध जीरो टोलरेंस की पॉलिसी है। कोई भी व्यक्ति चाहे वह कितना ही बड़ा अधिकारी हो अथवा कितने ही बड़े राजनीतिक रसूख रखता हो, यदि भ्रष्टाचार में सम्मलित पाया जाएगा उसके खिलाफ कठोर कार्यवाही की जानी चाहिए।