धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में मैक्लियोडगंज स्थित तिब्बत की निर्वासित सरकार को पेम्पा सेंरिंग के रूप में आज नया प्रधानमंत्री मिल गया। सेरिंग लोबसांग सांग्ये का स्थान लेंगे। इसकी घोषणा मेक्लियोडगंज से एक वर्चुअल पत्रकारवार्ता में तिब्बत के चुनाव आयुक्त वांगदू सेरिंग ने की।
उन्होंने बताया कि इस चुनाव में विश्व में भारत, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रिया, डेनमार्क, बेलिज्यम, फ्रांस, जर्मनी, आयरलैंड, इटली, नीदरलैंड, नॉर्वे, पोलैंड, स्वीडन, स्पेन, स्विट्जरलैंड, यूनाईटड किंगडम, जापान, नेपाल, अमरीका, रूस, ताइवान समेत 23 देशों में निर्वासन में रह रहे तिब्बती नागरिकों ने भाग लिया।
चुनाव प्रक्रिया में लगभग 83 हजार पंजीकृत मतदाताओं में से 77 प्रतिशत यानि 63991 ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। प्रधानमंत्री पद के लिए पेम्पा सेरिंग और केलसंग दोरजे के बीच मुख्य मुकाबला था। इसमें सेरिंग को 34324 तो दोरजे को 28907 मत मिले।
बांगदू सेरिंग ने नए प्रधानमंत्री के तौर पर सेरिंग को विजयी घोषित करते हुए बताया कि मतदान दो चरणों में हुआ था। प्रथम चरण में चार उम्मीदवार प्रधानमंत्री पद के लिए मैदान में थे लेकिन इनमें से दो कम मत प्राप्त होने के कारण दौड़ से बाहर हो गए। प्रथम चरण में सेरिंग को 24488 जबकि दोरजे को 14544 मत मिले थे।