सबगुरु न्यूज-सिरोही। सिरोही की प्रभारी मंत्री प्रमोद जैन भाया की लेट लतीफी की आदत ने आखिर माउंट आबू के लोगों के धैर्य को भी जवाब दे दिया। स्थिति ये हुई कि लेटलतीफ मंत्री को नक्की लेक स्थित कार्यक्रम स्थल पर 3 घण्टे देरी से पहुंचने पर दर्शक भी नहीं मिले।
प्रभारी मंत्री का शिड्यूल कर्यक्रम नक्की के रोज गार्डन का 10 बजे था। वहीं नक्की झील पर फ्री वाय फाय जोन की शुरुआत सवा दस बजे करनी थी। लेकिन मंत्री सवा बजे पहुंचे। लोगों का धैर्य आखिर कब तक रहता। स्थिति ये थी कि जब मंत्री वायफाय का उदघाटन करने पहुंचे तो कांग्रेस के गिने चुने कार्यकर्ता के अलावा कोई नहीं दिखा।
-एमएलए भी नहीं लौटे
मंत्री जी की लेट लतीफी की स्थिति ये रही कि आबू-पिंडवाड़ा के विधायक समाराम गरासिया रोज गार्डन के पास से ही निकल गए एमएलए भी नहीं लौटे। इसके बाद न तो वो रोज गार्डन के उद्घाटन में पहुंचे न ही वायफाय जोन के उद्घाटन में। बाद में नेता प्रतिपक्ष सुनील आचार्य ने बताया कि मंत्री काफी देरी से पहुंचे और उन्होंने एमएलए गरासिया को इसकी सूचना भी नहीं दी कि वे कहां हैं और कितनी देर मे पहुंचेगे।
विधायक यहां इंतजार करके स्थानीय होटल संघ के कार्यक्रम में पहुंचे वहां मंत्री मिले। लेकिन, खुदकी गलती से हुई देरी के बावजूद विधायक का इन्तेजार करने की बजाय उन्हें वहीं अकेला छोड़कर निकल गए।
-कार्यकर्ता भी हुए मायूस
जैसा कि पहले भी बताया था कि मंत्री के दौरे से ये प्रतीत होने लगा है कि वे सरकारी कार्यक्रम के बहाने धार्मिक पर्यटन पर निकलते हैं। ऐसा ही मंगलवार को भी हुआ। बिना किसी पूर्व निर्धारित कार्यक्रम से अचलगढ़ जैन मंदिर दर्शन को निकल लिए। वहां से निकलने पर रास्ते में देलवाड़ा जैन मंदिर में दर्शन को रुक गए।
जिस भी जगह से निकलने की सूचना मिलती तो रोज गार्डन पर ढोल बजने लगते। जब मंत्री वाकई पहुंचने को हुए तो सेवादल वालों ने ढोल बजवाने शुरू किए। लेकिन, लेट लतीफी से कार्यकर्ताओं का उत्साह कम हो गया था और लंच टाइम के लिए कई लोग जा भी चुके थे। जो हालात दिखे उससे ये लग रहा था कि स्थानीय नगर कांग्रेस के कार्यकर्ता भी मौके पर नहीं पहुंच सके।