जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य के एक करोड़ 41 लाख परिवाराें के लिए दो हजार करोड़ के पैकेज की घोषणा करते हुए कहा है कि प्रत्येक वंचित परिवार को 31 मार्च तक लॉकडाउन के दौरान एक हजार रुपए दिए जाएंगे।
गहलोत ने सोमवार को मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित उच्च स्तरीय बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए। इसके तहत राज्य के 78 लाख सामाजिक सुरक्षा पेंशन के लाभार्थियों को दो महीने की पेंशन एक साथ तत्काल देने, 36 लाख 51 हजार बीपीएल, स्टेट बीपीएल एवं अन्त्योदय योजना के लाभार्थियों, 25 लाख निर्माण श्रमिकों एवं रजिस्टर्ड स्ट्रीट वेन्डर्स जो सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना में कवर नहीं हो रहे हैं, उन्हें एक बारीय अनुग्रह राशि के तौर पर एक हजार रूपए देने निर्णय लिया गया।
इस फैसले का लाभ राज्य के एक करोड़ 41 लाख परिवारों को मिलेगा। दो महीने की पेंशन एक साथ मिलने से सामाजिक सुरक्षा पेंशन के लाभार्थियों के हाथ में एकमुश्त 1500 रूपए एवं इससे अधिक की राशि पहुंचेगी। यह राशि सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में जमा होगी।
गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार संकट की इस घड़ी में धन और संसाधनों की कमी नहीं आने देगी। लॉकडाउन के दौरान किसी जरूरतमंद को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े और कोई व्यक्ति भूखा नहीं सोए यह सुनिश्चित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि स्वयंसेवी संस्थाओं, दानदाताओं एवं अन्य भामाशाहों के सहयोग से जरूरतमंदों तक खाना पहुंचाया जाएगा। जहां दानदाता या स्वयंसेवी संस्था उपलब्ध नहीं हो वहां कलक्टर भी अनटाइड फंड की मदद से खाने का इंतजाम करेंगे।
इसके अलावा राज्य सरकार ऎसे हर जरूरतमंद तक राशन के पैकेट भी पहुंचाएगी जो एनएफएसए की सूची में शामिल नहीं हैं। इसमें आटा, दाल, चावल, तेल आदि जरूरत की वस्तुएं शामिल होंगी। ये पैकेट शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के प्रत्येक सरकारी भवन, पुलिस थानों, तहसील, पंचायत भवन एवं पटवार भवन पर उपलब्ध करवाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इस कार्य में पटवारी एवं ग्रामसेवक की सहायता ली जाए ताकि हर जरूरतमंद तक मदद पहुंचाई जा सके।