नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने आम आदमी पार्टी के प्रमुख एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भ्रष्टाचार एवं घोटालों के सरगना करार करते हुए आज आरोप लगाया कि उन्होंने दिल्ली के लोगों की गाढ़ी कमाई को शराब माफियाओं पर लुटाने तथा सरकारी राजस्व में चोरी करने और अपना खजाना भरने का पाप किया है।
भाजपा के प्रवक्ता गौरव भाटिया और दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने आज पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में केजरीवाल सरकार पर जम कर हमला बोला। भाटिया ने कहा कि आम आदमी पार्टी सबसे बड़ी भ्रष्टाचारी पार्टी है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन और उनके कई नेता भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे हुए हैं।
आज भारत की जनता कह रही है कि यह आप नहीं पाप है, भ्रष्टाचारियों का बाप है और जनता के लिए अभिशाप है। भारतीय जनता पार्टी ने अरविंद केजरीवाल से सवाल पूछा कि यदि दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार की आबकारी नीति सही और अच्छी थी तो फिर उसे वापस क्यों लिया गया तो इस पर केजरीवाल सरकार का जवाब आता है कि विदेशी अखबार कहता है कि दिल्ली सरकार का शिक्षा मॉडल बड़ा अच्छा है!
भाटिया ने कहा कि जब दिल्ली की जनता कोविड की दूसरी लहर में परेशान थी तो जनता को ऑक्सीजन, बेड्स और दवाई उपलब्ध कराने की जगह अरविंद केजरीवाल की कलम आबकारी नीति पर दस्तखत कर शराब माफियाओं को फायदा पहुंचाने में लगी हुई थी। अरविंद केजरीवाल अकाउंटेंट बनकर ये देख रहे थे कि आम आदमी पार्टी के खजाने में जनता के पैसे की कितनी लूट आई है। आज लोग कह रहे हैं जिसने भी दिल्ली को ठगा है, वह अरविंद केजरीवाल का सगा है। अरविंद केजरीवाल की नाक के नीचे भ्रष्टाचार हुआ।
उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल जी, आपका मकसद केवल लूट-खसोट करना है, भ्रष्टाचार का पार्टी की तिजोरी भरना है। क्या इसलिए आप राजनीति में आए थे? इसका उत्तर न तो न्यूयॉर्क टाइम्स का आर्टिकल हो सकता है, न राजनीतिक द्वेष की बात करना हो सकता है।
मनीष सिसोदिया को घेरते हुए भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि मनीष सिसोदिया प्रेस कांफ्रेंस करके कह रहे हैं कि भाजपा कहती है कि हजारों करोड़ का घोटाला हुआ लेकिन सीबीआई की एफआईआर कहती है कि केवल एक करोड़ रुपए का घोटाला हुआ! आप इनकी नीयत और सोच देखिए कि आम आदमी पार्टी घोटाले को भी जायज़ ठहरा रही है। कहती है कि यह तो छोटा घोटाला है।
उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल जी, जिस हिसाब से तथ्य लगातार सामने आ रहे हैं, उससे हर भारतीय को यकीन है कि सच जल्द ही बाहर आएगा। शराब घोटाले की जैसे-जैसे खुल रही है कड़ी, वैसे-वैसे पास आ रही है हथकड़ी। दूसरी बात यह कि घोटाला एक रुपए का हो या 1,000 करोड़ रुपए का, घोटाला तो घोटाला है, भ्रष्टाचार तो भ्रष्टाचार है।
सवाल तो आपकी ईमानदारी का है कि दिल्ली की जनता के पैसे से आपने अपनी तिजोरी क्यों भरी? जब आप ये कहते हैं कि एक करोड़ रुपए का घोटाला लिखा है सीबीआई की एफआईआर में तो कहीं न कहीं आप ये कह रहे हैं कि घोटाला तो हुआ लेकिन उतना बड़ा नहीं जितना बड़ा भाजपा बता रही है।
भाटिया ने केजरीवाल से सवाल पूछा कि अगर उनमें थोड़ी सी भी नैतिकता बची है, तो 24 घंटे के अंदर बताएं कि यदि उनकी आबकारी नीति सही थी, तो उसे वापस क्यों लिया? शराब माफियाओं को बिना कैबिनेट स्वीकृति के 144 करोड़ रुपए क्यों दे दिए? आप ने 30 करोड़ रुपए ईमडी (टेंडर में जमा की गई राशि) वापस क्यों की? उन्होंने कमीशन को ढाई प्रतिशत बढ़ाकर 12 प्रतिशत किया या नहीं? कार्टल और ब्लैक लिस्टेड कंपनियों को शराब बेचने ठेका दिया गया या नहीं?
भाटिया ने कहा कि यदि दिल्ली सरकार की आबकारी नीति सही थी और आपके हिसाब से जांच एजेंसियों की कार्रवाई यदि राजनीतिक द्वेष का मामला है तो आपको न्यायालय जाना चाहिए, न्यूयॉर्क टाइम्स नहीं। आप न्यायालय जाइए और मामला रद्द कराइए। हम भी सराहेंगे कि हमने जो आरोप लगाए, उसमें सत्यता नहीं थी। यह माद्दा हम में है। अरविंद केजरीवाल के मॉडल का मतलब है, आईएसआई मार्क की गारंटी से भी बड़ी करप्शन की गारंटी। मतलब – आया हूं तो कुछ तो घोटाला करके जाऊंगा।
भाजपा प्रवक्ता ने सवाल उठाते हुए कहा कि दो प्रदेशों में आम आदमी पार्टी की सरकार है। दोनों प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री भ्रष्टाचारी निकले। दोनों स्वास्थ्य मंत्री भ्रष्टाचार के मामले में जेल में हैं। एक स्वास्थ्य मंत्री पर तो अरविंद केजरीवाल ने कह दिया कि भ्रष्टाचार का मामला संज्ञान में आया था, इसलिए उस पर तुरंत कार्रवाई की और मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया लेकिन सत्येंद्र जैन को अब तक अरविंद केजरीवाल ने अपने मंत्रिमंडल से बर्खास्त क्यों नहीं किया?
आपने सत्येंद्र जैन को भी कट्टर ईमानदार कहा था। आपके वह कट्टर ईमानदार तीन महीने से जेल में भ्रष्टाचार के मामले में जेल में बंद हैं। यह दोहरा मापदंड क्यों? और अब शिकायत क्या, भ्रष्टाचार का मामला तो मनीष सिसोदिया के खिलाफ भी रजिस्टर हो चुका है। और आप कहते हैं कि जनता आम आदमी पार्टी को मौक़ा दे। उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और गोवा में जनता ने आपको असलियत बता दी है। पैरों के नीचे आपके जमीन नहीं है, गजब है फिर भी आपको यकीन नहीं है।
भाटिया ने कहा कि कट्टर बेईमान यदि कोई है तो वह आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल, सत्येंद्र जैन और मनीष सिसोदिया हैं। आखिर क्यों सत्येंद्र जैन और मनीष सिसोदिया पर अरविन्द केजरीवाल कार्रवाई नहीं कर पा रहे हैं, ऐसा इसलिए क्योंकि उनके हाथ भी भ्रष्टाचार के रंग में रंगे हुए हैं।
शराब घोटाले के एक्यूज्ड नंबर वन मनीष सिसोदिया पर ही यह घोटाला रुकता दिखाई नहीं दे रहा, बल्कि इसकी आंच इस घोटाले के किंगपिन और भ्रष्टाचारी नंबर वन अरविंद केजरीवाल के दरवाजे तक जाएगी। एक बात जान लीजिए कोई भी भ्रष्टाचारी बख्शा नहीं जाएगा। कानून से ऊपर कोई नहीं है। अरविंद केजरीवाल जी, आप भी कानून से ऊपर नहीं है। अगर आपने गलत किया है तो अब आपके भी गिनती के दिन बचे हैं।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि सब जानते हैं कि अरविंद केजरीवाल कितने घबराए हुए हैं। ये वही अरविंद केजरीवाल हैं जो रोज सुबह-शाम दिल्ली की जनता के पैसे को विज्ञापन में उड़ाते हुए टीवी पर अपना चेहरा दिखाते हैं। आज जनता ने कुछ सवाल क्या पूछ लिए उनसे, उनकी पूरी नींद उड़ गई है, उनकी स्वघोषित ईमानदारी की कच्ची इमारत धराशायी हो गई है। यह राजनीतिक नैतिकता का प्रश्न है। दिल्ली में शराब कुछ दिन ना बिकती, चल जाता लेकिन दिल्ली के आम लोगों को उसकी सांसे मिल जाती, यह जरूरी था। यह आपका कर्तव्य भी था और संविधान की शपथ इसी के लिए अपने ली थी।
दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि आजाद भारत में पहली बार यह देखा गया है किसी सरकार में जो शिक्षा मंत्री है, वही शराब मंत्री है। यह नई आबकारी नीति नहीं है, यह दिल्ली के लिए पाप कारी, भ्रष्टाचारी, विनाशकारी, अत्याचैर और अनाचारी नीति है। मनीष सिसोदिया शिक्षा मंत्री हैं और उन्हें यह भी पता नहीं कि लुकआउट नोटिस का मतलब क्या होता है। लुकआउट नोटिस इस बात को सुनिश्चित करने के लिए जारी किया जाता है कि आपराधिक मामले में शामिल अभियुक्त देश छोड़ कर न भाग जाए। ऐसे आपराधिक अभियुक्तों को ग्रीटिंग कार्ड्स नहीं दिए जाते।
गुप्ता ने कहा कि मनीष सिसोदिया ने दिल्ली के युवाओं को शराब के नशे में ढकेला है, दिल्ली के कई परिवारों को उजाड़ा है। आपने शराब माफियाओं को फायदा पहुंचाया है, दिल्ली के रिहायशी इलाकों में आपने ठेके खुलवा दिए। शराब माफियाओं का कमीशन आपने बढ़ा दिया, शराब माफियाओं के करोड़ों रुपए आपने माफ़ कर दिए।
दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने सात साल पहले एक ‘स्वराज’ नाम की पुस्तक लिखी थी। उन्होंने तब कहा था कि यह पुस्तक व्यवस्था परिवर्तन के बारे में और भ्रष्टाचार के खिलाफ है। इसी स्वराज पुस्तक में एक पेज में लिखा है कि अगर कोई शराब की दुकान खोलने के लिए आएगा तो हम उसे मंजूरी नहीं देंगे। अगर किसी भी रिहायशी इलाके में शराब का ठेका खोला जाएगा तो उससे पहले महिला संगठन और वहां के लोगों से बातचीत की जाएगी। एक साल पहले अरविंद केजरीवाल विधान सभा के पटल पर कह रहे थे कि भ्रष्टाचार करने वाले देश के गद्दार हैं तो केजरीवाल जी, वक्त आ गया है कि भ्रष्टाचारी जो देश के गद्दार हैं, उन गद्दारों को आप अपने मंत्रिमंडल और अपनी पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाएँ।
गुप्ता ने कहा कि अरविंद केजरीवाल जी, इधर-उधर की बात मत कीजिये, बस इतना बताइये कि दिल्ली के राजस्व में चोरी करने का पाप आपने क्यों किया? आपने दिल्ली के लोगों की गाढ़ी कमी को शराब माफियाओं पर क्यों लुटाया? दिल्ली की जनता इसका जवाब जानना चाहती है। दिल्ली की जनता को गुमराह मत कीजिए। अब आपकी पोल खुल चुकी है, अब भ्रष्टाचारियों के जेल जाने की बारी है।