अजमेर। राजस्थान के पूर्व शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने राज्य में अलोकतांत्रिक प्रक्रिया अपनाकर निकायों में पुर्नगठन करके संवैधानिक प्रावधानों का मखौल उड़ाया है, जिसके लिए अगले वर्ष पंचायत के चुनाव में जनता कांग्रेस को सबक सिखाएगी।
देवनानी ने आज यहां पत्रकारों से कहा कि पंचायत चुनाव में कांग्रेस का पूरी तरह सफाया होगा। हाल ही में हुए निकाय चुनाव में भी कांग्रेस को जन समर्थन नहीं मिला है। कांग्रेस और भाजपा के बीच महज ढाई प्रतिशत मतों का अंतर रहा है।
उन्होंने कहा कि राज्य में गहलोत सरकार के राज में वित्तीय स्थिति पूरी तरह चरमराई हुई है। राजस्थान देश में भ्रष्टतम राज्यों की श्रेणी में है तथा अपराधों में भी अग्रणी है। इस एक वर्ष में अपराध के 5191 मामले सामने आए हैं जो पिछजे वर्ष की तुलना में दोगुने हैं।
देवनानी ने कहा कि कांग्रेस के साढ़े ग्यारह महीने के राज में 59 लाख किसानों को 99 हजार 995 रुपये का करोड़ का कर्जा दस दिनों में माफ करने तथा 27 लाख बेरोजगार नौजवानों को 3500 रुपए प्रतिमाह बेरोजगारी भत्ता देने की जन घोषणा चुनावी जुमला बनकर रह गई हैं। यह किसान और बेरोजगारों के साथ बड़ा छलावा है।
उन्होंने कहा कि राज्य में यह पहला अवसर है जब रबि-खरीफ की फसल के दौरान किसान फसली ऋण से वंचित रहा तथा ऋण नहीं मिलने के कारण किसान प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से लाभ लेने से भी वंचित रहा।
उन्होंने कहा कि सरकार की वित्तीय हालत पूरी तरह खराब है। एक तरह से सरकार दिवालिएपन की स्थिति में है। सरकार इसकी भरपाई के लिए कई हथकंडे अपना रही है। इसमें विद्युत उपभोक्ताओं से ईंधन प्रभार के नाम पर नौ पैसे प्रति यूनिट बढ़ा दिया गया है।