इस्लामाबाद। पाकिस्तान सरकार ने जनता को होने वाली दिक्कत को ध्यान में रखकर पेट्रोलियम उत्पादों में बढ़ोतरी के फैसले को फिलहाल रोक दिया है।
प्रधानमंत्री इमरान खान के सूचना मामलों के विशेष सहायक फिरदौस आशिक ने मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन में इसकी जानकारी दी। आशिक ने मंत्रिमंडल की बैठक के बाद बताया कि तेल एवं गैस नियामक प्राधिकरण (ओग्रा) के मई माह के लिए पेट्रोल के दाम में 14.37 और डीजल की कीमत 4.89 रुपए प्रति लीटर बढ़ाने की सिफारिश की समीक्षा की गई।
उन्होंने कहा कि लोगों के समक्ष आने वाली दिक्कतों को महसूस कर प्रधानमंत्री ने पेट्रोलियम उत्पादों के दामों में बढ़ोतरी का मामला ईसीसी को भेजने और बाद में इस पर फैसले का निर्णय किया।
पाकिस्तान में प्रत्येक माह की पहली तिथि से ईंधन के दाम में जरूरत पड़ने पर संशोधन किया जाता है। ओग्रा की सिफारिश के अनुसार यदि सरकार ईंधन के दाम बढ़ाती तो पाकिस्तान में पेट्रोल की कीमत 14.37 रुपए अर्थात 15 प्रतिशत बढ़कर 113.26 रुपए प्रति लीटर हो जाती। हाई स्पीड डीजल की कीमत 122.32 रुपए प्रति लीटर पर पहुंच जाता।
पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ाने के साथ ही प्राधिकरण ने मिट्टी के तेल में 7.46 रुपए और हल्के डीजल का दाम 6.40 रुपए प्रति लीटर बढ़ाने की अनुशंसा की थी। यदि इन दोनों के दाम भी ओग्रा की सिफारिश के अनुसार बढ़ाए जाते तो मिट्टी तेल 96.77 रुपए और हल्का डीजल 86.94 रुपए प्रति लीटर पर पहुंच जाता। ओग्रा की सिफारिश पर वित्त मंत्रालय प्रधानमंत्री इमरान खान से परामर्श कर फैसला करता है।
अप्रेल माह के लिए पेट्रोल और डीजल के दाम छह रुपए प्रति लीटर बढ़ाए थे। इस बढ़ोतरी के बाद दोनों ईंधन की कीमत क्रमश: 98.89 और 117.43 रुपए प्रति लीटर हो गई थी।