जयपुर। राजस्थान पैट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के आह्वान पर पेट्रोल-डीजल पर पड़ोसी राज्यों से ज्यादा वैट वसूली के खिलाफ आज लगभग सात हजार पेट्रोल पंप बंद रहे।
राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन अध्यक्ष सुनीत बगई ने बताया कि एक दिन की हड़ताल सरकार को चेतावनी है यदि सरकार नहीं मानी तो 25 अप्रैल से अनिश्चितकालीन हड़ताल की जायेगी। हडताल से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा राज्य में वैट की दर पड़ोसी राज्यों के बराबर की जाए। साथ ही राज्य के सभी जिलों में समान वैट लगाया जाये।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में राजस्थान में पेट्रोल पर 36 और डीजल पर 26 प्रतिशत वैट है। जबकि हरियाणा एवं पंजाब में पेट्रोल पर 25 प्रतिशत तथा डीजल पर करीब 16 प्रतिशत है। इसके अलावा दिल्ली में पेट्रोल पर 30 और डीजल पर 16.75 प्रतिशत, गुजरात में पेट्रोल व डीजल पर करीब 20-20 प्रतिशत, उत्तर प्रदेश में पेट्रोल पर 26.80 व डीजल पर 17.48 प्रतिशत वैट है। जबकि मध्यप्रदेश में पेट्रोल पर 33 व डीजल पर 23 प्रतिशत वैट है। एमपी में पेट्रोल पर 4.5 प्रतिशत अतिरिक्त टैक्स भी है।
हड़ताल के कारण राज्य के करीब सात हजार पेट्रोल पंप बंद होने से सरकार को 34 करोड़ रुपये के राजस्व की हानि होगी। पेट्रोल पंपों की हड़ताल के कारण कोको पंपों पर भीड़ बढ़ने लगी है। जयपुर में पेट्रोल पंप हड़ताल का व्यापक असर देखने को मिल रहा है।