जबलपुर। मध्यप्रदेश के जबलपुर स्थित शासकीय सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज में स्नातकोत्तर (पीजी) के एक छात्र भागवत देवांगन द्वारा आत्महत्या के मामले में यहां गढ़ा थाना क्षेत्र में पांच सीनियर छात्रों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होने के बाद मामला गर्मा गया है।
मूल रूप से पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ के बिलासपुर संभाग निवासी 26 वर्षीय भागवत देवांगन ने एक अक्टूबर को दोपहर में कॉलेज के हॉस्टल में आत्महत्या कर ली थी। इस मामले की जांच और पीड़िज परिजनों की सक्रियता के बाद पांच सीनियर छात्रों विकास द्विवेदी, सलमान, अमन गौतम, शुभम शिंदे और अभिषेक के खिलाफ गढ़ा थाने में मंगलवार की रात्रि में प्राथमिकी दर्ज की गयी है। हालांकि प्राथमिकी दर्ज होने के दो दिन बाद भी आरोपी गिरफ्तार नहीं किए जा सके हैं।
गढा थाना प्रभारी विनय बुन्देला के अनुसार मूलतः भागवत देवांगन ने मेडिकल काॅलेज अस्पताल में पीजी कोर्स प्रथम वर्ष में दाखिला लिया था। युवक को 01 अक्टूबर की दोपहर तक हाॅस्टल में घूमते हुए देखा गया था। शाम को उसका शव कमरे में फांसी के फंदे पर लटका हुआ मिला।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि मृत छात्र के परिजनों ने मौत को संदेहास्पद बताया था। मामले की जांच के दौरान पता चला कि सीनियर छात्र डाॅक्टर विकास द्विवेदी, सलमान, अमन गौतम, शुभम शिंदे और अभिषेक उसे लगातार मानसिक और शारीरिक तौर पर प्रताड़ित करते थे। इसके बाद मंगलवार की रात आरोपियों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने और अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया।
मृत छात्र के भाई प्रहलाद देवांगन का आरोप है कि उसके छोटे भाई ने मेडिकल काॅलेज में 24 जून को भी नींद की गोली खाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया था। वह आईसीसीयू वार्ड में भर्ती भी रहा था। इसके बाद उसने 15 जुलाई को काॅलेज की एंटी रैगिंग कमेटी में शिकायत की थी।