अगरतला। त्रिपुरा के सिपाहीजाला जिले में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के विशालगढ़ स्थित कार्यालय से पुलिस ने कल रात भर चले छापे में भारी मात्रा में नशीली दवाएं बरामद की।
पुलिस ने आज बताया कि स्थानीय लोगों ने कल शाम शिकायत दर्ज करायी थी कि माकपा कार्यालय में निषिद्ध वस्तुओं और हथियारों का भंडार है। उन्होंने कार्यालय की तलाशी और घेराबंदी की मांग की। पुलिस जब वहां पहुंची तो पूर्व वित्त मंत्री भानू लाल साहा समेत पार्टी के कई स्थानीय नेताओं ने कार्यालय में प्रवेश किया और तलाशी पर आपत्ति जतायी। बाद में वह तलाशी के लिए राजी हो गये।
पुलिस ने कार्यालय से फेनसेडिल की कई सील बोतलें बरामद की जिनका इस्तेमाल नशे के लिए किया जाता है। पुलिस को हालांकि कोई हथियार बरामद नहीं हुआ। पुलिस की कार्रवाई रात भर चलती रही और सुबह अभियान समाप्त हुआ। इस दौरान पार्टी के नेताओं को भी कार्यालय में ही मौजूद रहना पड़ा।
इस बीच, श्री साहा ने आरोप लगाया है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ता उनकी पार्टी के खिलाफ झूठी शिकायतें दर्ज कराकर अव्यवस्था फैलाने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन अब तक वे कामयाब नहीं हो सके हैं। उन्होंने बताया कि कुछ कार्यालय परिसरों से तेज धार हथियार और लावारिस हथियार जरूर बरामद हुए हैं लेकिन उन सभी कार्यालयों पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने कब्जा कर रखा है।
उन्होंने मुख्यमंत्री से इस उत्पीड़न को तुरंत समाप्त करने और माकपा कार्यकर्ताओं को लोकतांत्रिक रूप से काम करने में मदद की मांग की। साहा ने कहा कि माकपा भले ही चुनाव हार गयी है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हमने पार्टी के बैनर तले राजनीति करने का हक भी खो दिया है।