अजमेर। बहुत ही मोहक क्षण होता है वो जब हम हड़बड़ी और रेलपेल से विरक्त होकर सेकेंड के हजारवें हिस्से में एक फोटो क्लिक करते हैं। वो पल हमारे सुकून का और संतोष का पल होता है। इसीलिए हर तस्वीर का अपना एक रंग है सुगंध है और स्वाद है।
अजमेर शहर में इसी सुकून और संतोष की अनुभूति को विस्तार देने के लिए बुधवार को चित्रांजलि का शुभारंभ किया गया। इस प्रदर्शनी का उदघाटन अजमेर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष शिव शंकर हेड़ा ने किया। इस अवसर पर जिला कलक्टर आरती डोगरा, अजमेर विकास प्राधिकरण के आयुक्त नमित मेहता एवं आयुर्वेद विभाग के निदेशक स्नेहलता पंवार उपस्थित रहे।
कलक्टर आरती डोगरा ने कहा कि इस प्रदर्शनी को देखकर लगता है अजमेर कितना सुंदर है, उन्होंने कहा कि ऎसे आयोजनों से शहर में सांस्कृतिक विकास होता है।
एडीए हेड़ा ने कहा कि अजमेर में यह ऎतिहासिक प्रदर्शनी है जहां एक छत के नीचे खड़े होकर पूरा शहर वह देश विदेश के सुंदर दृश्यों से रूबरू हो सकते हैं। अजमेर विकास प्राधिकरण के आयुक्त नमित मेहता ने कहां की एक मनमोहन मनमोहक दृश्य उस स्वर की भांति है जिसे कैमरा खुद ब खुद सुन लेता है और चित्र के रूप में सदैव के लिए यादगार बना देता है।
पृथ्वीराज फाउंडेशन के संयोजक दीपक शर्मा ने बताया कि इस प्रदर्शनी में प्रशासनिक अधिकारी स्नेह लता पवार और मेघना चौधरी द्वारा कश्मीर लद्दाख हिमाचल आदि के फोटोस प्रर्दशित किए गए हैं।
जिला प्रशासन, अजमेर विकास प्राधिकरण, सूचना एवं जन सम्पर्क कार्यालय तथा पृथ्वीराज फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में चलने वाली इस दो दिवसीय चित्रांजलि फोटोग्राफी प्रर्दशनी और प्रतियोगिता का उद्देश्य तनाव को हटाना और खुशियों के खजाने को भर देना है।
इस इंद्रधनुषी चित्रांजलि में शिक्षाविद्, खिलाड़ी, रंगकर्मी, संगीतज्ञ, लोक कलाकार, प्रशासनिक अधिकारी, चिकित्सक, अभियंता, गृहिणियों, किशोर वर्ग के विद्र्याथियों, कालेज छात्र छात्राओं के फोटोग्राफी हुनर की रंग बिरंगी झांकी के दर्शन होते हैं। फोटोग्राफर संजय शर्मा द्वारा कैमरों की प्रर्दशनी भी लगाई गई है।
अजमेर और भारत वर्ष के अनेक राज्यों तथा विदेशी प्रविष्टियों के विविध रंग भी प्रदर्शनी दीर्घा में निखर रहे हैं। सुबह दस बजे से शाम छह बजे तक चित्रांजलि देखी जा सकती है।