जैसलमेर। पाकिस्तान एवं चीन से भारत को मिल रही चुनौतियों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इंडोजेनियस वेपन के निर्माण पर जोर देने की मुहिम के अंतर्गत रक्षा प्रयोगशाला देश के निजी सेक्टर द्वारा निर्मित उन्नत पिनाका मिसाईल का पोकरण फायरिंग रेंज में सफल परीक्षण किया।
इस आर्टिलरी मिसाईल सिस्टम ने लक्ष्य गुरूवार को अचूक निशाने साधे तथा दुश्मन के टारगेट को ध्वस्त किया। इसके पहले दो परीक्षण बुधवार को किए गए थे। पिनाका मिसाइल में पहली बार एडवांस नेवीगेशन व कंट्रोल सिस्टम लगाया गया। इनकी सहायता से अब यह अपने लक्ष्य को पहचान कर एकदम सटीक प्रहार करने में सक्षम हो गई है।
इसके तहत छह राॅकेट दागे गए जिसमें परीक्षण में यह अपने दोनों नए मानकों पर एकदम खरी उतरी। इससे भारतीय सेना की मारक क्षमता काफी बढ़ जाएगी। इस दौरान डीआरडीओ व सेना के आर्टिलरी के कुछ अधिकारी उपस्थित थे।
विश्वसनीय सैन्य सूत्रों के मुताबिक वर्तमान में लगातार चीन एवं पाकिस्तान से मिल रही चुनौतियों के मुद्वेनजर देश में स्वदेशी हथियारों के निर्माण को केन्द्र सरकार अब प्राथमिकता दे रहा हैं। इसी संदर्भ में पिनाका मिसाईल सिस्टम की मारक क्षमता में और मजबूती लाई जा रही हैं।
देश में निर्मित पिनाका मिसाईल के परीक्षण इन दिनों चल रहे हैं पहली निजी कंपनी द्वारा बनाई गई पिनाका मिसाईल के ट्रायल पोकरण रेन्ज में चल रहे है। डी.आर.डी.ओ द्वारा एग्रीमेन्ट के तहत दी गई टैक्नोलाॅजी के तहत निजी कंपनी इकोनोमिक एक्सप्लोसिव लिमिटेड द्वारा निर्मित की गई पिनाका राॅकेट मिसाईल के ट्रायल चल रहे हैं। प्रथम चरण में कंपनी द्वारा 6 पिनाका राॅकेट बनाए गए हैं जिसके ट्रायल पोकरण रेन्ज में इन दिनों चल रहे है।
वर्तमान में इसकी रेन्ज बढ़ाने के ट्रायल चल रहे है। पहले यह मिसाईल 40 से 75 किमी तक फायर कर टारगेट पर अचूक निशाना साध सकती थी अब इसकी रेन्ज बढ़ाई जा रही है तथा इसे 120 कि.मी. तक करने के प्रयास किए जा रहे है।
गुरूवार को पिनाका मिसाईल को पिनाका लॉन्चर सिटस्म से धागा गया। 44 सैकिण्ड में 12 गाईडेड रॉकेट दागने वाले इस स्वदेशी पिनाका के जैसलमेर के पोकरण रेन्ज में सफल परीक्षण रहे तथा सभी मानकों पर यह मिसाईल सफल रही तथा सभी लक्ष्यों पर सफलतापूर्वक निशाना साधा।