नयी दिल्ली । सरकार ने कहा है कि पर्यावरण प्रदूषण का स्तर कम करने तथा रेल यात्रा को ज्यादा आसान बनाने के लिए देश में रेल लाइनों के विद्युतीकरण का काम तेजी से चल रहा है और इस साल छह हजार किलोमीटर लम्बी रेल लाइनों के विद्युतीकरण का लक्ष्य तय किया गया है।
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को लोकसभा में एक पूरक प्रश्न के जवाब में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि विद्युतीकरण से पर्यावरण प्रदूषण में महत्वपूर्ण कमी आएगी और रेलों की रफ्तार बढ़ेगी। रेल लाइनों के लिए इस साल के बजट में नये कार्य के रूप में 13,675 किलोमीटर को शामिल किया गया था, लेकिन इन लाइनों का विद्युतीकरण अपेक्षित स्वीकृति मिलने के बाद ही शुरू किया जाएगा। इस साल जिन छह हजार किलोमीटर की रेल लाइनों के विद्युतीकरण का लक्ष्य रखा गया है उनमें सिर्फ स्वीकृत लाइनें शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि 2013-14 में 4,087 किलोमीटर रेल लाइनों का विद्युतीकरण किया गया था। इस साल लक्ष्य बढ़ाकर छह हजार किलोमीटर किया गया है जबकि अगले साल इसे बढ़ाकर सात हजार किलोमीटर तय किया गया है। इसी तरह से 2020-21 में 10 हजार 500 किलोमीटर लम्बी रेल लाइनों के विद्युतीकरण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
रेल मंत्री ने कहा कि देश के 23 रेलवे स्टेशनों को ए-1 तथा ए श्रेणी में विकसित करने के लिए निविदाएं आमंत्रित की गयीं थीं, लेकिन सिर्फ दो स्टेशनों के लिए बोली मिली है। इनके विकास का काम शीघ्र शुरू कर दिया जाएगा।