नयी दिल्ली । केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने अंतर्राष्ट्रीय बाजार में भारतीय उत्पादों को प्रतिस्पर्धी एवं वैश्विक मानकों के अनुरूप बनाने पर बल देते हुए शुक्रवार को कहा कि इसके लिए स्थिर नीति, व्यापक पारदर्शिता और प्रतिबद्धता के साथ एक प्रारूप तैयार करना होगा।
गोयल ने यहां निर्यात पूंजी से संबंधित मुद्दों पर चर्चा के लिए बुलायी बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में भारतीय उत्पादों को प्रतिस्पर्धी और वैश्विक मानकों के अनुरूप बनाना होगा। इसके लिए उत्पादकों और निर्यातकों को अपने उत्पाद के लिए स्थिर नीति बनानी होगी अौर पूरी प्रतिबद्धता के साथ पूरी प्रक्रिया में पारदर्शिता बरतनी होगी।
दिनभर चली इस बैठक में केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री हरदीप सिंह पुरी और सोम प्रकाश, वाणिज्य सचिव अनूप वाधवन, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग सचिव अरुण कुमार पांडा, विदेश व्यापार के महानिदेशक आलोक वर्धन चतुर्वेदी और वित्त मंत्रालय तथा वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। बैठक में भारतीय निर्यातक महासंघ, रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्धन परिषद तथा अन्य निर्यातक परिषदों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि निर्यात बढ़ाने के लिए सरकारी संगठनों, निर्यात संवर्धन परिषदों और वित्त संस्थानों में भी व्यापक पारदर्शिता की आवश्यकता है। उन्होेंने कहा कि निर्यातकों को सस्ती पूंजी की बजाय पूंजी की उपलब्धता पर जोर देना होगा। निर्यात बढ़ाने के लिए पूंजी की समय पर प्रभावी उपलब्धता महत्वपूर्ण है।