अजमेर। घर-घर औषधि योजना के दायरे को परिवर्तित कर नई योजना के तहत् वित्तीय वर्ष 2022-23 में वन विभाग की 10 नर्सरियों में 50 विभिन्न प्रजातियों के 18 लाख पौधे वितरण के लिए उपलब्ध हैं।
उप वन संरक्षक सुनिल चिद्री ने बताया कि घर-घर औषधि योजना के माध्यम से 18 लाख में से 3.50 लाख पौधे नगर निगमों, नगर परिषदों तथा नगर पालिका स्तर पर, 2.50 लाख पौधे अजमेर विकास प्राधिकरण स्तर पर, 6 लाख पौधे ग्राम पंचायत स्तर पर वितरित किए जाएंगे। शेष 6 लाख पौधे नगर परिषद् व नगर निगम के साथ ही अन्य सरकारी विभागों को वितरित किए जाएंगे।
ग्राम पंचायतें व नगर पालिका इन पौधों को ओरण, चारागाह व गोचर भूमि पर रोपेगी। वन विभाग की नर्सरियों से ये पौधे सशुल्क उपलब्ध होगें। पिछले वर्ष घर-घर औषधि योजना में कालमेघ, तुलसी, अश्वगंधा, गिलोय के पौधे तैयार कर निःशुल्क वितरित किए गए थे। इस बार 50 विभिन्न प्रजातियों के पौधे सशुल्क दिए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि वर्षा ऋतु में हर ग्राम पंचायत व नगर पालिका क्षेत्र में 3 से 5 हैक्टर क्षेत्र में पौधारोपण होगा। इनमें अधिकांश पौधे फलदार व छायादार होने के साथ ही चौड़ी व छोटी पत्ती वाले होंगे। व्यक्तिगत लाभार्थियों को वितरण करने के लिए भी पौधे उपलब्ध हैं। उनको ये पौधे निर्धारित दर पर उपलब्ध कराए जाएंगे।
इनमें 10 पौधे लेने वालों को प्रति पौधा 2 रूपए तथा 10 से 50 पौधे लेने वाले व्यक्ति को प्रति पौधे 5 रूपए देने होंगे। इसके अलावा 50 से 200 पौधे लेने वालों को प्रति पौधा 10 रूपए देने होंगे। योजना के तहत् परिवारों को वितरण करने के लिए नियत पौधों के अधिकतम 10 प्रतिशत तक पौधे विभागों व राजकीय संस्थानों को मांग के अनुरूप वितरित किए जाएंगे। परिवारों को वितरण के लिए तैयार पौधों में से अधिकतम 10 प्रतिशत पौधे निजी कम्पनियों, स्वयंसेवी संस्थाओं आदि को मांग के अनुरूप वितरित करने होंगे।