नई दिल्ली। अभिनेत्री स्वरा भास्कर भी मुसीबत में घिरती नजर आ रही हैं, क्योंकि उनके खिलाफ अदालत की आपराधिक अवमानना मामला शुरू करने के लिए देश के सबसे बड़े विधि अधिकारी एटर्नी जनरल केके वेणुगोपाल के समक्ष अर्जी दाखिल की गई है।
उषा शेट्टी की ओर से अधिवक्ता अनुज सक्सेना, प्रकाश शर्मा और महक माहेश्वरी ने याचिका दायर करके अदालत की अवमानना कानून 1971 की धारा 15 और सुप्रीम कोर्ट अवमानना कार्यवाही 1975 के नियम तीन के तहत एटर्नी जनरल से अवमानना कार्यवाही शुरू करने की अनुमति मांगी गई है।
याचिकाकर्ता के मुताबिक स्वरा भास्कर ने इस वर्ष फरवरी में मुंबई में आयोजित ‘आर्टिस्ट्स अगेंस्ट कम्युनलिज्म’ में यह कहकर न्यायालय को अपमानित किया है कि न्यायालय खुद इस बात पर आश्वस्त नहीं हैं कि वे संविधान में विश्वास रखते हैं या नहीं।
याचिका में आरोप लगाया गया है कि स्वरा भास्कर का बयान न केवल प्रचार पाने का सस्ता हथकंडा था, बल्कि लोगों को सुप्रीम कोर्ट के खिलाफ भड़काने का वैचारिक प्रयास भी था।