मऊ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमला बोलते हुए कहा कि ममता दीदी मुझे प्रधानमंत्री नही मानती है जबकि बांग्लादेश के प्रधानमंत्री को मानती है।
मोदी ने यहां भुटौली में घोसी लोकसभा सीट से सांसद हरि नारायण राजभर के समर्थन में भाजपा विजय संकल्प रैली को संबोधित करते हुए कहा कि बहनजी (मायावती) ने पश्चिम बंगाल को लेकर मुझ पर निशाना साधा है और चुनाव आयोग को आडे हाथों लिया है। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी वहां उत्तर प्रदेश, बिहार और पूर्वांचल के लोगों पर निशाना साध रही है तथा उन्हें बाहरी बता रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि एक बार चुनाव प्रचार के लिए भाजपा की ओर से कूच बिहार में एक मंच बनाया गया था जहां तृणमूल कांग्रेस ने अपना मंच बना दिया था। यह लोकतंत्र विरोधी कार्य है। उन्होंने कहा कि मैं बहुत दिन से देख रहा हूं और देश भी देख रहा है। देखते हैं पश्चिम बंगाल में दीदी अब उनकी रैली होने देती हैं या नहीं।
उन्होंने कहा कि परसों कोलकाता में अमित शाह की रैली में ईश्वर चंद्र विद्यासागर की मूर्ति तोड दी। ईश्वर चंद्र विद्यासागर भारत की महान विभूतियों में से एक हैं। वह गरीबों और दलितों के संरक्षक भी थे। उन्होंने मानवता की सेवा की थी उन्होंने जो किया उसके हम कर्जदार हैं। उन्होंने कहा कि वह ईश्वर चंद्र विद्यासागर की अष्टधातु की प्रतिमा बनाएंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा ने जाति के आधार पर एक अवसरवादी गठबंधन करने की कोशिश की है। लखनऊ में एसी कमरे में बैठकर ऊपर-ऊपर से तो डील हो गई, लेकिन जमीन से कटे हुए ये नेता, अपने कार्यकर्ताओं को ही भूल गए। उन्होंने कहा कि इसका नतीजा ये है कि सपा और बसपा के कार्यकर्ता आज भी एक दूसरे पर हमले कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि बुआ हों या बबुआ हों, इन लोगों ने गरीबों से खुद को इतना दूर कर लिया है कि इनका सुख दुख उन्हें नजर ही नहीं आता है। इन लोगों के आसपास दौेलत, वैभव, बाहुबली और दरबारियों की इतनी ऊंची दीवार खड़ी हो गई है कि इन्हें गरीब नजर ही नहीं आता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सपा-बसपा ने यहां से ऐसे उम्मीदवार को टिकट दिया है जो बलात्कार के आरोप में भगोड़ा है। उन्होंने सवाल किया कि सपा के इतिहास को तो उत्तर प्रदेश के लोग जानते हैं, लेकिन बहन जी, क्या आप ऐसे उम्मीदवारों के लिए वोट मांगेगी।
मोदी ने कहा कि एक तरफ आपका ये सेवक देश की बेटियों को सशक्त करने में जुटा है, वहीं ये महामिलावटी वोट के लिए बेटियों का अपमान करते हैं। मुस्लिम बहनों को तीन तलाक के नर्क से मुक्ति दिलाने का बीड़ा भी मोदी सरकार ने उठाया है।
सरकार चाहती है कि मुस्लिम महिलाओं को उनकी भावनाओं के मुताबिक, उनकी आस्था के दायरे में ही तीन तलाक के खिलाफ आवाज उठाने का अधिकार मिले, लेकिन ये महामिलावटी दल, ऐसा भी होने नहीं दे रहे है।
उन्होंने कहा कि महिला हित और महिला सुरक्षा के लिए उनकी सरकार प्रतिबद्ध है। आजादी के बाद पहली बार बलात्कार के मामले में फांसी की सज़ा का प्रावधान इसी सरकार ने किया है।
कांग्रेस की सरकार ने चुनाव को देखते हुए उस दलित बेटी के साथ हुए इस राक्षसी अपराध को छिपाने की कोशिश की। बहन जी सब जानती हैं, लेकिन कांग्रेस सरकार से समर्थन वापस लेने के बजाय वो मोदी को गालियां देने में जुटी हैं।
मोदी ने कहा कि कुछ दिन पहले राजस्थान के अलवर में एक दलित बेटी के साथ गैंगरेप किया गया था। वहां बसपा के समर्थन से कांग्रेस की सरकार चल रही है। सपा के समय उत्तर प्रदेश में बेटियों की क्या स्थिति थी, ये सब जानते हैं।