मुजफ्फरपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू प्रसाद यादव के पुत्र और महागठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव का नाम लिए बगैर उन्हें जंगलराज का युवराज करार देते हुए कहा कि इनका पुराना ट्रैक रिकॉर्ड ऐसा है कि सरकारी नौकरी तो छोड़िए, इन लोगों के सत्ता में आने से नौकरी देने वाली निजी कंपनियां भी राज्य से भाग जाएंगी।
मोदी ने बुधवार को यहां राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के पक्ष में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार का चुनाव इस बार असाधारण परिस्थिति में हो रहा है। कोरोना के कारण पूरी दुनिया चिंता और मुश्किल में है। महामारी के इस कठिन समय में बिहार में स्थिर सरकार जरूरी है।
उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के समय में जंगलराज वाले सत्ता में आ जाएं तो यह बिहार के लोगों पर दोहरी मार होगी। जंगलराज के युवराज आ जाएं तो महामारी से निपटने के लिए जो पैसे दिए जा रहे हैं उसका क्या होगा यह बिहार की जनता उनके पुराने ट्रैक रिकॉर्ड के आधार पर अच्छी तरह से जानती है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि वह दल जो बिहार के उद्योगों को बंद करने के लिए बदनाम हैं, जिनसे निवेशक कोसों दूर भागते हैं, वह लोग बिहार के लोगों को विकास के वायदे कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी नौकरी तो छोड़िए, इन लोगों के आने का मतलब है, नौकरी देने वाली निजी कंपनियां भी बिहार से नौ दो ग्यारह (भाग) हो जाएगी।
मोदी ने कहा कि अपना काम, अपना कारोबार करने वालों के साथ इन लोगों (राजद) का जो बर्ताव रहा है, उसे तो बिहार के लोग कभी नहीं भूल सकते। रंगदारी दी तो बचेंगे, नहीं तो अपहरण उद्योग का कॉपीराइट तो उन लोगों के पास ही है। इसलिए इनसे सावधान रहना है।
प्रधानमंत्री ने राजद का नाम लिए बगैर कहा कि वह दल जिसने बिहार को अराजकता दी, कुशासन दिया वह फिर मौका ढूंढ रहा है। जिन्होंने बिहार के नौजवानों को गरीबी और पलायन दिया, सिर्फ अपने परिवार को हजारों करोड़ रुपये का मालिक बना दिया, वह फिर मौके की तलाश में हैं। उन्होंने कहा कि इन दलों की राजनीति झूठ, फरेब और भ्रम पर आधारित है। इन लोगों के पास बिहार के विकास का न ही कोई रोडमैप है और न ही कोई अनुभव।
मोदी ने कहा कि आज बिहार का युवा विश्वास और आत्मविश्वास से भरा हुआ है। उसकी आकांक्षाएं और अपेक्षाएं पूरी हो इसके लिए बिहार में श्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में सुशासन का बने रहना और बिहार को आगे ले जाना बहुत जरूरी है। श्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार सुशासन के जिस रास्ते पर चला है उसे केंद्र में राजग की सरकार बनने के बाद नई ऊर्जा मिली है। उन्होंने बिहार में विकास के अब तक हुए कार्यों और आगे की योजनाओं के आधार पर राजग के प्रत्याशियों को वोट देने की अपील की।