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pm modi comment on Minimum income guarantee scheme in meerut - जो लोग बोलते थे खाते खुलवाने से क्या होगा, वही खातों में पैसे डालने की बात करते हैं: मोदी - Sabguru News
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जो लोग बोलते थे खाते खुलवाने से क्या होगा, वही खातों में पैसे डालने की बात करते हैं: मोदी

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जो लोग बोलते थे खाते खुलवाने से क्या होगा, वही खातों में पैसे डालने की बात करते हैं: मोदी
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मेरठ । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस की न्यूनतम आय गारंटी योजना ‘न्याय’ पर तंज कसते हुए गुरुवार को कहा कि जब उनकी सरकार ने बैंक खाते खुलवाये तो कुछ ‘बुद्धिमान’ लोग कहते थे कि देश में बैंक ही नहीं हैं खाते खुलवाने से क्या होगा और आज वही खातों में पैसे डालने की बात करते हैं।

मेरठ से लोकसभा चुनाव के प्रचार अभियान की शुरुआत करते हुए मोदी ने कहा कि देश के 130 करोड़ लोग 2019 में एक बार फिर मोदी सरकार बनाने का मन बना चुके हैं। रैली में मौजूद भारी भीड़ से गदगद प्रधानमंत्री ने कहा कि केवल दिल्ली ही नहीं, बल्कि दुनिया का मीडिया, जिसे भी 2019 के जनादेश का आकलन करना है वह इस जन सैलाब को देख सकता है।

मोदी ने अपने संबोधन में कांग्रेस को तो आड़े हाथों लिया ही, उत्तर प्रदेश लोकसभा चुनाव के लिए बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और समाजवादी पार्टी (सपा) के गठबंधन पर भी जमकर निशाना साधा। केंद्र में सरकार बनने पर गरीबों के लिए न्याय योजना लाने के कांग्रेस के वादे पर मोदी ने कहा, “जब मैं बैंक खाते खुलवाता था तो कुछ बुद्धिमान लोग कहते थे कि देश में बैंक ही नहीं है, खातों से क्या होगा। जो 70 साल में गरीब का खाता नहीं खुलवा सके वे आज कहते हैं कि खातों में पैसे डालेंगे।”

बसपा और सपा के बीच लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “उत्तर प्रदेश में जिस पार्टी के नेताओं को जेल भेजने के लिए ‘बहन जी’ ने जीवन के दो दशक लगा दिये, उसी से उन्होंने हाथ मिला लिया है। जिस दल के नेता बहन जी को गेस्ट हाउस में ही खत्म कर देना चाहते थे वह अब उनके साथी बन गये हैं।”

उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों में सपा और कांग्रेस के गठबंधन पर श्री मोदी ने कहा, “अभी पिछले चुनाव में यूपी ने दो लड़कों का खेल देखा और दो लड़कों से बुआ-बबुआ तक पहुंचने में जो तेजी दिखाई गई है, वह बहुत गजब है।” मेरठ से 2019 के आम चुनाव अभियान की शुरुआत करने की वजह बताते हुए मोदी ने कहा 1867 में वहीं सपना, वही आकांक्षा दिल में लिये इसी मेरठ से स्वतंत्रता के आंदोलन का पहला बिगुल फूंका गया था।

उन्होंने कहा, “पांच साल पहले जब मैंने आप सभी से आशीर्वाद मांगा था तो आपने भरपूर प्यार दिया था, मैंने कहा था आपके प्यार को मैं ब्याज सहित लौटाऊंगा और जो काम किया है, उसका हिसाब दूंगा तथा साथ में दूसरों का हिसाब भी लूंगा। ये दोनों काम साथ-साथ चलेंगे। तभी तो होगा हिसाब बराबर। चौकीदार हूं भाई और चौकीदार कोई नाइंसाफी नहीं करता। हिसाब होगा, सबका होगा, बारी-बारी से होगा।”

उन्होंने कहा आज एक तरफ नये भारत के संस्कार हैं, तो दूसरी तरफ वंशवाद और भ्रष्टाचार का विस्तार। एक तरफ दमदार चौकीदार है, तो दूसरी तरफ दागदारों की भरमार है। मोदी ने कहा कि कुछ दिन पहले जो चौकीदार को चुनौती देते फिरते थे वह आज रोते फिरते हैं। उन्होंने कहा, “मोदी ने पाकिस्तान को घर में घुसकर क्यों मारा, आतंकियों के अड्डे नष्ट क्यों किए, इन बातों पर रो रहे हैं।”

प्रधानमंत्री ने कहा, “मैं देश के लिए अपना सब कुछ दांव पर लगाने के लिए तैयार रहने वाला व्यक्ति हूं। कोई भी राजनीतिक दबाव, कोई भी अंतरराष्ट्रीय दबाव, आपके इस चौकीदार को डिगा नहीं पायेगा और न कोई डरा पायेगा। सारे महामिलावटी लोग इस प्रतिस्पर्धा में लगे हैं कि कौन पाकिस्तान में ज्यादा लोकप्रिय होगा। वहां के मीडिया में छाये हुए हैं। यह आपको तय करना है कि आपको हिंदुस्तान के हीरो चाहिएं या पाकिस्तान के?”

उन्होंने कहा, “मैं देशवासियों से पूछना चाहता हूं कि आपको ‘सबूत’ चाहिए या ‘सपूत’। मेरे देश के सपूत ही मेरे देश के सबसे बड़े सबूत हैं। जो सबूत मांगते हैं, वो सपूत को ललकारते हैं।” प्रधानमंत्री ने कहा कि उनका विजन एक ऐसे नये भारत का है जो अपने गौरवशाली अतीत के अनुरूप ही वैभवशाली हो। एक ऐसा नया भारत, जिसकी नयी पहचान होगी, जहां सुरक्षा, समृद्धि और सम्मान के संस्कार होंगे। देश ने सिर्फ नारे लगाने वाली बहुत सरकारें देखी हैं किंतु पहली बार ऐसी निर्णायक सरकार भी देख रहा है, जो अपने संकल्प को सिद्ध करना चाहती है।

मोदी ने कहा कि जमीन हो या आसमान या फिर अंतरिक्ष, सर्जिकल स्ट्राइक का साहस इसी चौकीदार की सरकार ने करके दिखाया है। उनकी सरकार ने चार दशकों से लटकी सैनिकों की एक रैंक एक पैंशन (ओआरओपी) को पूरा किया। देश के करीब 12 करोड़ किसानों को 75 हजार करोड़ रुपये की सीधी वार्षिक सहायता देने का काम भी उनकी ही सरकार ने किया है। सामान्य वर्ग के गरीबों को 10 प्रतिशत आरक्षण देने का फैसला भी किया।

विपक्ष पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा जब दिल्ली में इन महामिलावटी लोगों की सरकार थी, तो आये दिन देश के अलग-अलग कोने में बम धमाके होते थे। ये आतंकियों की भी जात और पहचान देखते थे और उसी आधार पर पहचान करते थे कि इसे बचाना है या सजा देनी है। मोदी कहा कि उन्हें पता चला है कि मेरठ में विरोधी दलों के जो उम्मीदवार हैं, उन्होंने तो आतंकवादियों के लिए करोड़ों के इनाम तक का ऐलान कर दिया था। यह लोगों को ही सोचना है कि महामिलावट के लिए ये लोग किस हद तक जा सकते हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा, “मैं किसी तरह का बोझ नहीं रखता, क्योंकि मेरे पास अपना कुछ नहीं, जो कुछ है वह देश का दिया है। चिंता तो उसको होती है जो खोने से डरता है, जिन्हें वंश और विरासत के बारे में सोचना है।” उन्होंने कहा कि ये लोग भारत को हमेशा कमजोर बनाकर रखना चाहते हैं। आज जब देश अपनी सामर्थ्य बढ़ा रहा है, अपनी ताकत बढ़ा रहा है और अंतरिक्ष में चौकीदारी कर रहा है तो कुछ लोगों को तकलीफ हो रही है।

उन्होंने कहा, “हमारे वैज्ञानिक पहले से अंतरिक्ष में सैटेलाइट को मार गिराने के परीक्षण की मांग कर रहे थे और पुरानी सरकार ने यह फैसला भी टाल दिया था। देश की सुरक्षा के लिए यह फैसला बहुत पहले ले लिया जाना चाहिए था, किंतु ये फैसला भी टाला जाता रहा।” उन्होंने रैली में मौजूद भीड़ से सवाल किया कि महामिलावटियों के राज में बेटियों को इंसाफ मिलता था क्या? इनकी सरकार में गुंडे और बदमाश बेलगाम थे कि नहीं? क्या उनकी सरकार में देश सुरक्षित रह सकता है? जब से उत्तर प्रदेश में योगी सरकार आई है तब से गुंडे-बदमाशों में भय बना हुआ है ।