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पीएम मोदी ने देश को दिया गवर्नेंस का नया मॉडल : गजेन्द्र सिंह शेखावत - Sabguru News
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पीएम मोदी ने देश को दिया गवर्नेंस का नया मॉडल : गजेन्द्र सिंह शेखावत

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पीएम मोदी ने देश को दिया गवर्नेंस का नया मॉडल : गजेन्द्र सिंह शेखावत

मोदी@20 : ड्रीम्स मीट डिलीवरी प्रबुद्धजन सम्मेलन
झुंझुनूं। केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश को गवर्नेंस का नया मॉडल दिया है। इस मॉडल का उद्देश्य अंत्योदय, यानी समाज की अंतिम पंक्ति में शामिल व्यक्ति के जीवन में परिवर्तन लाना है। शेखावत ने कहा कि मोदीजी को पहले मुख्यमंत्री और अब प्रधानमंत्री के रूप में जनसेवा-राष्ट्रसेवा करते 20 वर्ष हो चुके हैं। उनका ‘आइडिया ऑफ इंडिया’ आज दुनिया को हैरान कर रहा है। मोदीजी जैसे करिश्माई नेतृत्व के चलते आज दुनिया का कोई देश भारत की अनदेखी नहीं कर सकता। अब चाहे कोई मुद्दा पर्यावरण से जुड़ा हुआ हो, ग्लोबल मीट का मुद्दा हो, इन सबके लिए यदि दुनिया किसी एक नेता की तरफ देखती है तो वह भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हैं।

सोमवार को ‘मोदी@20 : ड्रीम्स मीट डिलीवरी’ के ‘प्रबुद्धजन सम्मेलन’ में बतौर मुख्य अतिथि केन्द्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि भाजपा ने वर्ष 2014 में मोदीजी को देश के प्रधानमंत्री के उम्मीदवार के रूप में नामित किया था। देश ने भाजपा को पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने का मौका दिया, तब से आज तक प्रधानमंत्री अनवरत देशहित में काम कर रहे हैं। मोदीजी ने लालकिले के अपने पहले भाषण में दो संकल्प रखे थे- भ्रष्टाचार दूर करना, दूसरा गरीब के पास भी बैंक का खाता होना। शेखावत ने कहा कि जनधन खाते की योजना के क्रियान्वयन को लेकर लोग आशंका जाहिर कर रहे थे, लेकिन मुझे यह कहते हुए गर्व है कि आज 99.99 प्रतिशत लोगों के पास बैंक खाता है। उसमें 1.70 लाख करोड़ रुपए जमा हैं।

शेखावत ने कहा कि मोदीजी ने साधारण परिवार में जन्म लिया। कई चुनौतियों का सामना किया। संघर्षों को, मुश्किलों को जीया और स्वयं को देश के प्रति समर्पित किया। जीवन में आई कठोरताओं को सहेजते हुए अपने आपके प्रति उत्तरदायी बनाए रखा। सार्वजनिक जीवन को एक यायावर के रूप में व्यतीत करते हुए राष्ट्र के लिए काम किया।

केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री और गुजरात के मुख्यमंत्री बनने से पहले देश के 700 जिलों में एक भी ऐसा नहीं था, जहां उन्होंने प्रवास करके वहां की समस्याओं को व्यक्तिगत से नहीं देखा हो। इसी के परिपेक्ष्य में वहां की संभावनाओं को व्यक्तिगत रूप से अनुभव किया। निरंतर यात्राएं की और विभिन्न दायित्वों के साथ काम किया। उनके इस अनुभव ने उनके दृष्टिकोण को सुदृढ़ किया, जो आज देश के काम आ रहा है।

मोदी@20 : ड्रीम्स मीट डिलीवरी’ किताब बतौर अभूतपूर्व नेतृत्वकर्ता मोदीजी की यात्रा को चित्रित करती है। इस किताब से प्रधानमंत्रीजी की राजनीतिक ईच्छाशक्ति और प्रशासनिक दक्षता का गहन परिचय भी मिलेगा।

अंत्योदय का विकास भाजपा का लक्ष्य

केन्द्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की स्थापना के समय से ही इसका मूल सिद्धांत था कि अंत्योदय का विकास करना, समाज की अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति क जीवन में परिवर्तन लाना है। इसके लिए भाजपा के साधक अनवरत काम करेंगे। इस दौरान न थकेंगे, न रुकेंगे। 20 साल के अपने मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के कार्यकाल में पीएम मोदी ने अनवरत कार्य करते हुए अपने आचरण से अपने व्यवहार से इस बात को सिद्ध किया है। मोदीजी का जीवन इस बात के लिए समर्पित है कि दूसरों के जीवन में परिवर्तन लाने के लिए साधक की भांति बिना विश्राम किए काम करना है।

सार्वजनिक जीवन में मोदीजी पर नहीं लगा कोई दाग

शेखावत ने कहा कि इतिहास इस बात का साक्षी है कि महापुरुष कभी-कभी विरले ही पैदा होते हैं। ये महापुरुष इतिहास को नई गति प्रदान करते हैं। मैं गर्व के साथ कह सकता हूं कि हमारे प्रधानमंत्री जी भी महापुरुषों की उसी श्रृंखला में से एक हैं। मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के रूप में करीब 20-21 साल के उनके सार्वजनिक जीवन में आज तक उन पर कोई दाग नहीं लगा सका। यहां तक कि उनकी टीम में काम करने वालों पर भी कोई अंगुली नहीं उठा सकता। गरीब की झोपड़ी की वेदना को अपनी संवेदना बनाकर काम किया है।

मोदीजी देश के सर्वमान्य नेता के रूप में उभरे

केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि कुछ साल पहले मैंने एक लेख लिखा था, उसमें मैंने कहा था कि आज यदि लोगों से राय ली जाए कि देश के समक्ष सबसे बड़ी चुनौती क्या है? तो कोई कहेगा भ्रष्टाचार, कोई कहेगा आतंकवाद, यानी अलग-अलग चुनौतियां देश में लोगों को दिखाई देगी, लेकिन जो सबसे बड़ी चुनौती है, वह क्षेत्रवाद की है। उस समय देश में क्षेत्रीय दल ताकतवर हो रहे थे। उन्होंने देश के बजाय अपने स्थानीय हितों को आगे रखा। यह क्षेत्रवाद राज्य से नीचे उतर कर जिलों तक चला गया था। इससे संघीय ढांचा कमजोर हुआ।

मेरी राय में इस क्षेत्रवाद से निपटने के दो तरह की संभावनाएं हैं। पहली देश में अमेरिका की तरह केवल दो ही पार्टियां हों। दोनों अपनी-अपनी विचारधार के साथ लोगों के पास जाएंगी। लोग उसमें से विचारधार के आधार पर चुनाव करेंगे। दूसरी संभावना यह है कि आने वाले समय में एक ऐसा नेतृत्व उभरे जिसे सारे देशवासी उसे अपना सर्वमान्य नेता चुन लें। उस आलेख में लिखी मेरी बात वर्ष 2014 में सच हुई, जब मोदी के रूप में देश को सर्वमान्य नेता मिला।

स्वाधीनता संग्राम से सीखें युवा

शेखावत ने युवाओं का आह्वान किया कि वे स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास से सीख लें। अंग्रेजों और उससे पहले भारत की स्वतंत्रता के लिए किए गए संघर्षों को इतिहास के पन्नों से मिटा दिया गया। देश की युवा पीढ़ी हमारे गौरवपूर्ण इतिहास को भूलती जा रही है। उसे फिर से याद करने की जरूरत है। मोदीजी की ओर से चलाया गया हर घर तिरंगा जैसे अभियान युवाओं में राष्ट्रवाद की प्रेरणा भरेंगे। उन्होंने कहा कि देश की आजादी के इस अमृत महोत्सव में अब आने वाले 25 सालों के लिए देशहित में काम करने का संकल्प लेना है। स्वाधीनता सेनानियों के बलिदान से सीख लेकर उस समय रही कमी को पूरा करना होगा। आने वाली पीढ़ी को समर्थ और सम्पन्न भारत बनाने के लिए सभी प्रयास करें।

केन्द्रीय मंत्री का जोरदार स्वागत

केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत का अपने प्रदेश राजस्थान के दौरे पर पचेरी बॉर्डर, सिंघाना, चिड़ावा, नूनिया गोठड़ा, बगड़, तोला सेही और झुंझुनूं में कार्यकर्ताओं व समर्थकों ने जोरदार स्वागत किया। शेखावत ने ट्वीट किया कि कार्यकर्ताओं और समर्थकों के स्वागत से मन प्रसन्न हो गया। मेरे लिए आपका आना मुझे कृतज्ञता से भर जाता है।