जालंधर । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को जालंधर स्थित लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में भारतीय विज्ञान कांग्रेस के 106वें वार्षिक अधिवेशन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उनके साथ केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री हर्षवर्धन, पंजाब के राज्यपाल वी. पी. सिंह बदनौर, केन्द्रीय मंत्री विजय सांपला, पंजाब के कैबिनेट मंत्री श्याम सुंदर अरोड़ा भी मौजूद थे।
केन्द्र सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के अंतर्गत संचालित संस्था भारतीय विज्ञान कांग्रेस एसोसिएशन (आईएससीए) द्वारा एलपीयू में ‘विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारत का भविष्य’ विषय पर भारतीय विज्ञान कांग्रेस-2019 का आयोजन किया जा रहा है। इस आयोजन में जर्मनी, हंगरी, इंगलैंड और अन्य पड़ोसी देशों के छह नोबेल पुरस्कार विजेता भाग लेकर अपने-अपने शोध पत्र पेश करेंगे।
एलपीयू के कुलपति अशोक मित्तल ने बताया कि पांच दिवसीय आयोजन में इसरो, यूजीसी, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग समेत कई देशों के वैज्ञानिक, 40 देशों के विद्यार्थी, 20 हजार डेलीगेट और तीन हजार प्रतिष्ठित वैज्ञानिक पहुंच रहे हैं। श्री मित्तल ने विज्ञान कांग्रेस के इस संस्करण के आयोजन भारतीय विज्ञान के क्षेत्र में नये मापदंड स्थापित किए जाने की आशा व्यक्त करते हुए कहा कि पांच दिवसीय कार्यक्रमों के दौरान एक दिन बाल विज्ञान कांग्रेस तथा एक दिन महिला विज्ञान कांग्रेस का आयोजन किया जायेगा जिसके माध्यम से बच्चों और महिलाओं को उनसे संबंधित नये शोध के बारे में जानकारी मिलेगी।