भोपाल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘गृह प्रवेशम्’ का शुभारंभ कर आज मध्यप्रदेश के पौने दो लाख प्रधानमंत्री आवास योजना में हितग्राहियों को आवास उपलब्ध करवाया। ऑनलाइन गृह प्रवेश कार्यक्रम के माध्यम से मध्यप्रदेश में प्रधानमंत्री आवास योजना के शानदार क्रियान्वयन का साक्षी आज पूरा देश बना।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना को अनावश्यक सरकारी दखल से बचाकर इन्द्रधनुषी स्वरूप दिया गया है। उन्होंने कहा कि योजना में लाभान्वित हितग्राहियों के लिए इस वर्ष त्योहारों की खुशियां ज्यादा होंगी। आपके जीवन की इतनी बड़ी खुशी में शामिल होने मैं स्वयं प्रत्यक्ष आता, लेकिन कोरोना ने विवश कर दिया। उन्होंने धार जिले के गुलाब सिंह आदिवासी, सिंगरौली जिले के प्यारेलाल यादव और ग्वालियर के नरेन्द्र नामदेव से बातचीत की।
इसस मौके पर मुरैना से कार्यक्रम में वीडियो कान्फ्रेंस द्वारा शामिल हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया। वर्चुअल कार्यक्रम में मध्यप्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, केन्द्रीय पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, मध्यप्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेन्द्र सिंह सिसोदिया, केन्द्रीय ग्रामीण विकास राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति, सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया भी शामिल हुए।
मध्यप्रदेश के आवास पाने वाले हितग्राहियों से प्रधानमंत्री ने आत्मीयता पूर्वक बातचीत भी की। भोपाल में मंत्रालय से वीसी द्वारा मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस भी कार्यक्रम में उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि देश को नई ऊंचाईयों पर पहुंचाने वाले प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत है। हर गरीब का सपना होता है कि उसका अपना घर हो। मध्यप्रदेश के ऐसे 37 लाख लोग जिनके पास पात्रता पर्ची नहीं थी, वे अब अनाज प्राप्त करेंगे। उन्होंने कहा कि गृह प्रवेशम् कार्यक्रम 16 हजार 440 ग्राम पंचायतों के 26 हजार 548 ग्रामों में मनाया जा रहा है।
इस कार्यक्रम से जुड़ने के लिए 1 करोड़ 24 लाख 92 हजार 394 लोगों ने प्री-रजिस्ट्रेशन करवाया जो योजना के प्रति जनता के उत्साह का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के देश की 75वीं स्वतंत्रता वर्षगांठ पर हर व्यक्ति के अपने पक्के मकान का संकल्प को पूरा करने में मध्यप्रदेश पीछे नहीं रहेगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने धार जिले के गुलाब सिंह आदिवासी से स्थानीय बोली में संवाद आरंभ किया। उन्होंने हितग्राही गुलाब सिंह की अच्छा घर बनाने के लिए तारीफ की। उन्होंने वयोवृद्ध गुलाब सिंह की स्वास्थ्य की जानकारी ली, तो गुलाब सिंह ने कहा कि मेरा कुछ दिन से स्वास्थ्य ठीक नहीं है। अत: मेरी ओर से मेरा बेटा बात करेगा। सिंह के पुत्र मेरु ने बताया कि अंचल में प्रचलित हल्मा परंपरा से उन्होंने आवास निर्माण किया है। इसमें गांव के लोग मिलकर मकान बनाने का काम करते हैं और जिसका मकान बन रहा होता है, वह सबको भोजन करता है।
मोदी ने इस परंपरा की प्रशंसा करते हुए कहा कि शासकीय पहल और सामाजिक सहयोग की यह अनोखी मिसाल है। इसमें गांव के सभी लोगों की दक्षता का उपयोग होता है। यह जीवन को सरल बनाने का व्यवाहरिक उपाय है। सरकार भी गरीबों के सपने पूरे करने के लिए इस पद्धति पर कार्य कर रही है। उन्होंने गुलाब सिंह के आवास पर हुई चित्रकारी की प्रशंसा की। गुलाब सिंह ने बताया कि यह मांडना है जिसे इस अंचल में घर की साज-सज्जा के लिए बनाया जाता है।
मोदी ने सिंगरौली जिले के बेढन के ग्राम पंचायत गडेरिया के प्यारेलाल यादव से भी बातचीत की। उन्होंने यादव से पूछा की गृह प्रवेश के मौके पर खाने में क्या बना है। प्रधानमंत्री ने यह भी पूछा की आवास बनाने में कोई परेशानी तो नहीं आई। कहीं लेनदेन तो नहीं करना पड़ा, बैंक के कितने चक्कर काटे, इस पर यादव ने बताया कि बिना चक्कर काटे समय पर किश्त हमारे खाते में आती रही और मकान बनाने के लिए जरूरी तकनीकी मार्गदर्शन भी मिलता रहा। यादव ने प्रधानमंत्री को बताया कि उन्होंने अपना घर फ्लायी एश (राखड़) की ईटों से बनाया है। यह किफायती भी रहा और सामान्य ईंट की तुलना में अधिक मजबूत भी है। प्रधानमंत्री ने इस नवाचार की प्रशंसा की और यादव से उनके बच्चों की पढ़ाई-लिखाई की जानकारी भी ली।
प्रधानमंत्री ने ग्वालियर जिले के योजना के हितग्राही नरेन्द्र नामदेव से भी बातचीत की। नामदेव ने बताया कि कच्चे मकान में उनके बेटे की सांप काटने से असमायिक मृत्यु हो गई थी। वो दु:ख बहुत बड़ा था लेकिन आज बहुत खुशी मिल रही है। मैं गांव के बच्चों के लिए गणवेश तैयार करता हूं मेरी पत्नी भी सिलाई करती है हम लोगों ने जिला पंचायत के माध्यम से 8 दिन का सिलाई प्रशिक्षण भी प्राप्त किया है।
मोदी ने नरेंद्र को कहा कि आपको चश्मा लगा है इससे मुझे ध्यान आया कि मेरी दादी कहती थी आंखों के कसरत के लिए सुई-धागे का उपयोग करना चाहिए। आप सिलाई कार्य करते हैं जिससे यह कार्य अपने आप हो जाता है। प्रधानमंत्री ने नामदेव के मकान को देखकर पूछा कि दीवारों पर किए गए रंग का चयन किसने किया है। नामदेव ने बताया कि पत्नी अनिता ने यह रंग चुना। नामदेव दंपति ने प्रधानमंत्री मोदी को घर आने का आमंत्रण भी दिया, जिसके उत्तर में प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि वे जरूर आएंगे।
मोदी ने हितग्राहियों से बातचीत के बाद उन्हें बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज से इन सभी हितग्राहियों का नया जीवन प्रारंभ हो रहा है। उन्होंने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना सिर्फ मकान नहीं आत्मविश्वास भी देती है। आपदा को अवसर में बदला गया है। यह जनता को विश्वास देने वाला कार्यक्रम है।
मोदी ने कहा कि आज का दिन करोड़ों लोगों को भरोसा दिलवाता है कि योजनाएं सही ढंग से लागू होती हैं। ये घर आपके बेहतर भविष्य का आधार होगा, आप सभी नए जीवन की शुरुआत कीजिए। उन्होंने हितग्राहियों से कहा अन्य योजनाओं का लाभ लेने के लिए भी सजग रहें। यह सजगता और सक्रियता आपको आत्मनिर्भर बनाने के साथ-साथ आत्मनिर्भर भारत के निर्माण का पथ प्रशस्त करेगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस योजना की सफलता का आधार है योजना का पारदर्शी होना। पहले भी घर बनते थे, दशकों से योजनाएं लागू हैं। आजादी के बाद से ही आवास बन रहे हैं, लेकिन करोड़ों लोगों को घर देने का लक्ष्य पूर्ण नहीं होता था। अब हितग्राही आवास निर्माण का हिस्सा है।
उन्होंने कहा कि आवास के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में पशुओं के लिए शेड भी बन रहे हैं। ग्रामीण सड़कें भी बन रही हैं और अन्य कार्य भी तेजी से हो रहे हैं। शहरी क्षेत्र से ग्रामों में लौटे श्रमिकों को रोजगार भी मिला है। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण रोजगार अभियान को गति मिली है। उन्होंने कहा कि आवास योजना में पहले निर्मित घरों में लोग शिफ्ट नहीं होते थे। पुराने अनुभव देखे गए और नई सोच से योजना लागू की गई। इसे अनावश्यक सरकारी दखल से बचाकर अब पारदर्शी प्रक्रिया से कार्य हो रहा है।
मोदी ने कहा मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आवास योजना के क्रियान्वयन पर विशेष ध्यान देते हुए 27 अन्य योजनाओं को भी जोड़ा है। जिसके फलस्वरूप प्रधानमंत्री आवास योजना के साथ-साथ गरीब हितग्राही को उज्जवला, उजाला, स्वच्छ शौचालय और आयुष्मान भारत आदि योजनाओं का लाभ भी मिला है। उन्होंने आवास योजना के अच्छे क्रियान्वयन के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बधाई दी।
मोदी ने कहा कि देश में इंटरनेट स्पीड बढ़ाने के प्रयास हुए जिनका लाभ मिल रहा है। ऑप्टिकल फायबर पहुंचने से सेवाएं बेहतर हो रही हैं। देश में 116 जिलों में 19 हजार किलोमीटर का जाल बिछा दिया गया है। मध्यप्रदेश में भी 1300 किलोमीटर का कार्य पूरा हो गया है, जो सराहनीय है। देश के 6 लाख गांव में ऑप्टिकल फायबर बिछाने के लक्ष्य के मुकाबले 2.5 लाख ग्रामों तक यह कार्य पूरा हो गया है। इसे गांव-गांव पहुंचाने के लक्ष्य पर कार्य किया जा रहा है।
उन्होंने आव्हान किया कि कोरोना के संक्रमण की समस्या समाप्त नहीं हुई है। हर व्यक्ति को चाहिए कि वो स्वच्छता का पूरा ध्यान रखे। कोरोना संक्रमण को दूर करने की दवाई अर्थात वैक्सीन जब तक नहीं आती तब-तक ढिलाई नहीं होना चाहिए। मास्क का उपयोग करें। परस्पर दो गज की दूरी अवश्य रखें।
मोदी ने कहा कि आवास योजना में आमतौर पर एक मकान के निर्माण में 125 दिन लगते हैं। मध्यप्रदेश में बहुत से मकान सिर्फ 45 से 60 दिन में बन गए। मध्यप्रदेश में जिस गति से यह कार्य हुआ है, वह अपने आप में एक रिकार्ड है। मध्यप्रदेश में 1.75 लाख आवासों का निर्माण एक बड़ी उपलब्धि है। यह गति रही तो वर्ष 2022 तक देश के हर परिवार को घर देने के लक्ष्य को प्राप्त करने में कोई दिक्कत नहीं होगी। मध्यप्रदेश का इसमें महत्वपूर्ण योगदान रहेगा।