तिरूपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को चेन्नई भूमिगत मेट्रो के अंतिम खंड़ और अन्य परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इसके साथ ही मेट्रो के पहले चरण का काम पूरा हो गया है।
मोदी ने तिरूपुर से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए मेट्रो के अंतिम खंड़ के उद्घाटन के अलावा चेन्नई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के दूसरे चरण के आधुनिकीकरण कार्यक्रम की आधारशिला रखी। इस पर 2467 करोड़ रूपए का खर्च आएगा। उन्होंने तिरूचिरापल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की नई समन्वित टर्मिनल इमारत की नींव भी रखी जिस पर 951.28 करोड़ रूपए खर्च होंगे।
उन्होंने बीपीसीएल एन्नोर तटीय इंस्टालेशन सुविधा और चेन्नई हवाई अड्डे से सीपीसीएल मानाली रिफाइनरी की नई क्रूड पाइपालाइन का उद्घाटन भी किया। इस मौके पर तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित, मुख्यमंत्री ईके पलानीस्वामी और उप मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम भी मौजूद थे।
मोदी ने तिरूपुर में 100 बिस्तरों की सुविधा वाले ईएसआई अस्पताल और चेन्नई के केके नगर में 470 बिस्तरों युक्त ईएसआई मेडिकल कालेज एवं अस्पताल का उद्घाटन भी किया। उन्होंने बाद में एक जनसभा को भी संबोधित किया।
इस अंतिम खंड के साथ ही 19,058 करोड़ रुपये की लागत से बने चेन्नई मेट्रो परियोजना के चरण- 1 को पूरा कर लिया गया है। यह चरण 32 स्टेशनों के साथ 45 किमी लंबा होगा जिसमें 19 स्टेशन भूमिगत होंगे और 13 ऊंचे एलिवेटेड स्टेशन होंगे। यात्रियों की सुरक्षा के लिए प्लेटफार्म पर स्टील के दरवाज़े भी लगाए है।
पहले चरण का उद्घाटन चरणबद्ध तरीके से किया गया था। सबसे पहले कोयमबेडु से अलंदुर के बीच एक जून 2015 में, लिटिल माउंट और चेन्नई के बीच सितंबर 2016 में, कोयम्बेडु से नेहरू पार्क के बीच मई 2017 में और लिटिल माउंट से एजी-डीएमएस लाइन को मई 2018 में उदघाटन कर जनता के लिए खोल दिया गया था।
मोदी ने राज्य में विमानन बुनियादी ढांचे को बढ़ाने की दिशा में चेन्नई अंतराष्ट्रीय हवाई अड्डे चरण-2 के आधुनिकीकरण की आधारशिला भी रखी, जिसमें 1,97,000 वर्गमीटर का टर्मिनल क्षेत्र, व्यस्ततम समय के दौरान 6,900 यात्रियों को संभालने की क्षमता के साथ में 140 चेक-इन काउंटर और 2,000 गाड़ियों की पार्किंग करने के लिए एक बहु-स्तरीय वाहन पार्किंग की व्यवस्था भी है।
तिरुचिरापल्ली हवाई अड्डे के नये भवन की क्षमता सात हजार पांच सौ स्क्वायर फुट है। व्यस्त समय में 2900 यात्रियों वहन करने की इसकी क्षमता है। इसमें 48 चेक इन काउंटर बनाये गये है और एक हजार कारों की पार्किंग की सुविधा है।
बीपीसीएल एन्नोर तटीय इंस्टालेशन अत्याधुनिक है और यह पूरी तरह से स्वचालित है जो तेल भंडारण और वितरण, संबंधी सुविधाएं चेन्नई और आसपास के छह जिलों में पूरा करेगा। इसकी परियोजना लागत 393 करोड़ रुपए और इसकी भंडारण क्षमता 117टीकेएल है।
चेन्नई पोर्ट-सीपीसीएल मनाली रिफाइनरी पाइपलाइन अंतरराष्ट्रीय मानकों और कोड, सुरक्षित और विश्वसनीय कच्चे तेल की आपूर्ति के अनुसार रखी गयी है। इससे तमिलनाडु और पडोसी राज्यों की की ऊर्जा जरूरतों को पूरा किया जा सकेगा।