देहरादून। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के स्वस्थ विकास के लिए राज्यों के बीच औद्योगिक प्रतिप्रस्पर्धा को जरूरी बताते हुए कहा है कि इससे न सिर्फ मेक इन इंडिया का सपना पूरा होगा बल्कि तेजी से बढती अर्थव्यवस्था दुनिया के समक्ष और मजबूती के साथ उभरकर सामने आएगी।
मोदी ने उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में रविवार को राज्य के पहले उत्तराखंड निवेशक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि मेक इन इंडिया सिर्फ भारत के लिए ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लिए है। देश में निवेश का सर्वोत्तम माहौल तैयार किया गया है और इसके कारण भारत हर क्षेत्र में दुनिया का विनिर्माण हब बन रहा है। देश में मोबाइल बनाने वाली दुनिया की सबसे बडी मोबाइल फैक्ट्री स्थापित की गयी है।
उन्होंने कहा कि भारत दुनिया के निवेशकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन रहा है और इसकी वजह यहां कारोबार आसान बनाने के लिए उठाए गए कदम हैं। कारोबार आसान करने में भारत सरकार के प्रयासों को विश्वभर में पहचान मिली है और इसी का परिणाम है कि भारत की रैंकिंग में इस दिशा में 42 अंक का सुधार हुआ है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने कारोबार आसान बनाने के लिए जो कदम उठाए हैं उनमें 1400 से ज्यादा पुराने कानूनों को खत्म किया गया है। कर व्यवस्था में बहुत बडा सुधार किया गया है और वस्तु एवं सेवाकर जीएसटी के रूप में देश में एक समान कर व्यवस्था लागू की गई है। इस तरह की क्रांतिकारी पहल आजादी के बाद पहली बार शुरु की गई है जिससे न सिर्फ कर प्रणाली आसान हो गई है बल्कि कर बढाने में भी यह मददगार साबित हो रहा है।
मोदी ने कहा कि उत्तराखंड विकास की पटरी पर तेजी से आगे बढ रहा है। राज्य में विकास की रफ्तार को देखते हुए उन्होंने उद्योगपतियों से उत्तराखंड में बडे स्तर पर निवेश का आग्रह किया और कहा कि यह देश का सबसे तेजी से बढ रहा राज्य है और यहां निवेश की बहुत ज्यादा संभावना है। राज्य में पर्यटन सबसे ज्यादा संभावना वाला क्षेत्र है और इस दिशा में नये तरीके से निवेश आगे बढा जा सकता है।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सरकार के साथ निवेशक सम्मेलन में जापान सहयोगी राष्ट्र है। उन्होंने इसे एक अच्छी स्थिति बताते हुुए कहा कि यह अच्छी बात है कि हमारे प्रदेशों में दुनिया के कई छोटे छोटे देशों की तरह खुद को आगे बढाने की क्षमता है।
उत्तराखंड ने अपनी इस क्षमता का प्रदर्शन जापान को सहयोगी राष्ट्र बना किया है। उन्होंने उम्मीद जतायी कि देश के हर राज्य में परस्पर स्वस्थ औद्योगिक प्रतिस्पर्धा आएगी और हमारे न्यू इंडिया तथा मेक इन इंडिया का सपना पूरा हो सकेगा।
मोदी ने उत्तरखंड को आध्यात्मिक पारिस्थितिकी क्षेत्र के लिए आदर्श राज्य बताया और कहा कि यहां की जलवायु और वातावारण उत्तराखंड की ताकत है और इसका भरपूर इस्तेमाल किए जाने की जरूरत है। इसी तरह की परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए यहां स्थित चार धामों को जोडने के लिए हर मौसम में इन धामों तक पहुंच बनाने वाली सड़कों का निर्माण किया जा रहा है।