अलवर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अलवर जिले की घुमक्कड़ जाति की बीए द्वितीय वर्ष में अध्ययनरत एक छात्रा से शुक्रवार को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से बात कर प्रधानमंत्री ग्रामीण डिजिटल साक्षरता अभियान (पीएमजी-दिशा) के तहत निःशुल्क प्रशिक्षण के अनुभव साझा किए।
मोदी वीडियो कांफ्रेंस के जरिए जिले में युवा जागृति सीएससी केन्द्र बानसूर पर पीएमजी दिशा प्रशिक्षण प्राप्त छात्राओं से सीधी बातचीत कर रहे थे। उन्होंने इस दौरान छात्रा पूनम सपेरा से बातचीत करते हुए खुशी का इजहार किया और कहा कि आपके माता-पिता धन्य है जिन्होंने घुमक्कड़ जाति के रूप में जीवनयापन करते हुए आपको अध्ययन के लिये हमेशा प्रेरित किया। डिजिटल साक्षर होने से पूनम अब ऑनलाइन कॉचिंग, ईमेल, फेसबुक, वाट्सएप आदि का उपयोग करने लगी है।
पूनम ने प्रधानमंत्री को बताया कि उनके समुदाय में बालिकाओं को कक्षा पांच या आठ से आगे नहीं पढ़ाया जाता किन्तु मेरे माता-पिता ने उसे आगे पढ़ाया जिससे प्रेरित होकर अब समुदाय की अन्य बालिकाएं भी आगे पढ़ने लगी है।
ग्रामीण बीपीओ पर कार्यरत रीना ने भी मोदी से बात करते हुए ग्रामीण क्षेत्राें में रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए डिजिटल इंडिया मुहिम को धन्यवाद दिया और बताया कि सीएससी द्वारा स्थापित बीपीओ पर रोजगार मिलने से वह आत्मनिर्भर बनी हैं, पीएमजी दिशा अभियान ने उसे आत्मनिर्भर बनाया।
वीडियों कांफ्रेंसिंग में बताया गया कि जागृति सीएससी सेंटर पर सीएससी के द्वारा ग्रामीण बीपीओ स्थापित किया गया है। जिसमें दस छात्राओं को रोजगार मिला है उन्हें सीएससी द्वारा प्रतिदिन डेटा दिया जाता है, जिसे कॉल कर ऑनलाइन भरा जाता है।
प्रधानमंत्री ने अपने संवाद में बताया कि सीएससी द्वारा पूरे देश में स्थापित तीन लाख सीएससी केन्द्र के माध्यम से डिजिटल इंडिया मुहिम को चलाकर लोगों को डिजिटल साक्षर किया जा रहा है।