नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बच्चों से हर काम को देश के संदर्भ में देखने का आह्वान करते हुए आज कहा कि उन्हें यह सोचना चाहिए कि वे देश के लिए क्या कर सकते हैं।
मोदी ने सोमवार को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार विजेताओं के साथ वीडियो कांफ्रेन्स के माध्यम से बातचीत की। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी भी इस अवसर पर उपस्थित थीं। ये पुरस्कार हर वर्ष गणतंत्र दिवस पर दिए जाते हैं।
उन्होंने बच्चों से अपने मन में तीन चीजें, तीन प्रतिज्ञा रखने को कहा कि सबसे पहले, निरंतरता की प्रतिज्ञा। कार्य करने की गति में कोई कमी नहीं होनी चाहिए। दूसरा, देश के लिए प्रतिज्ञा। यदि हम देश के लिए काम करते हैं और हर काम को देश के संदर्भ में देखते हैं, तो वह काम स्वयं से अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी के 75वें वर्ष के समय बच्चों को यह सोचना चाहिए कि वे देश के लिए क्या कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों को तीसरी प्रतिज्ञा विनम्रता की करनी चाहिए।“ प्रत्येक सफलता के साथ हमें अधिक विनम्र होना चाहिए, क्योंकि हमारी विनम्रता दूसरों को हमारी सफलता पर खुश होने के लिए प्रेरित करेगी।
बाल पुरस्कारों का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इस वर्ष के पुरस्कार विशेष हैं, क्योंकि विजेताओं ने उन्हें कोरोना के कठिन समय में अर्जित किया है। बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री ने स्वछता आंदोलन जैसे प्रमुख व्यवहार-परिवर्तन अभियानों में बच्चों की भूमिका को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि जब कोरोना के समय में बच्चे ‘हैंडवॉश कैंपेन’ जैसे अभियानों में शामिल हुए तो इससे लोगों की सोच प्रभावित हुई और अभियान सफल हुआ।
मोदी ने कहा कि जब किसी छोटे विचार के लिए आवश्यक कार्य किए जाते हैं, तो परिणाम प्रभावशाली होते हैं। कर्म पर विश्वास करने पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि विचारों और कार्य की परस्पर क्रिया से लोगों को महत्वपूर्ण चीजों के लिए प्रेरणा मिलती है। उन्होंने सलाह दी कि बच्चे इन उपलब्धियों तक सीमित ना रहें और अपने जीवन में बेहतर परिणाम के लिए प्रयास करते रहें।
सरकार नवाचार, शिक्षा उपलब्धि, खेल, कला तथा संस्कृति, सामाजिक सेवा और बहादुरी के क्षेत्र में असाधारण क्षमताओं और उत्कृष्ट उपलब्धि वाले बच्चों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के तहत बाल शक्ति पुरस्कार प्रदान करती है। इस वर्ष, बाल शक्ति पुरस्कार की विभिन्न श्रेणियों के तहत देश भर के 32 आवेदकों को पुरस्कारों के लिए चुना गया है।