नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खादी ग्रामोद्योग आयोग की ओर से महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि के रूप में लद्दाख के लेह प्रदर्शित दुनिया के सबसे बड़े खादी राष्ट्रीय ध्वज की प्रशंसा की है।
मोदी ने ट्वीट किया कि आदरणीय बापू को यह एक अनूठी श्रद्धांजलि है, जिनकी खादी के प्रति दीवानगी जगजाहिर है। इस त्योहारी सीजन में खादी और हस्तशिल्प उत्पादों को अपने जीवन का हिस्सा बनाने पर विचार करें और आत्मानिर्भर भारत बनाने के संकल्प को मजबूत करें।
उल्लेखनीय है कि खादी और ग्रामोद्योग आयोग ने महात्मा गांधी को सर्वोच्च सम्मान देने के लिए स्मारक खादी राष्ट्रीय ध्वज तैयार किया है। यह स्मारकीय राष्ट्रीय ध्वज 225 फुट लंबा, 150 फुट चौड़ा और वजन लगभग 1400 किलोग्राम है।
इसे बनाने में खादी कारीगरों और संबद्ध श्रमिकों के लिए लगभग 3500 मानव घंटे का अतिरिक्त काम हुआ है। झंडे को बनाने में 4600 मीटर हाथ से काते और बुने खादी कपड़े का इस्तेमाल किया गया है, जिसका 33 हजार 750 वर्ग फुट के कुल क्षेत्रफल है। ध्वज में अशोक चक्र का व्यास 30 फुट है। इस झंडे को तैयार करने में 70 खादी कारीगरों को 49 दिन लगे हैं।