रायबरेली। रायबरेली की बदहाली के लिये कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि दशकों से पिछड़ेपन का दंश झेलने को मजबूर इस जिले के विकास के लिये भारतीय जनता पार्टी सरकार हर मुमकिन प्रयास कर रही है।
संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन अध्यक्ष सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र में 11 हजार करोड़ रूपए की योजनाओं की सौगात देने के बाद मोदी ने एक जनसभा में कहा कि रायबरेली के रेल कोच कारखाने को विश्वस्तरीय बनाने में कोई कोरकसर बाकी नहीं छोड़ी जाएगी। रेल कोच निर्माण के मामले में रायबरेली जल्द ही ग्लोबल हब बनने वाला है।
उन्होंने कहा कि छोटा सोचने की आदत नहीं रखता हूं। रायबरेली की रेल कोच फैक्ट्री को दुनिया की सबसे बडी रेल कोच फैक्ट्री बनाएंगे। इससे ना सिर्फ रेल संसाधनों में मजबूती आएगी बल्कि इसके विस्तार से यहां के लोगों की जिंदगियों में भी खुुशहाली आएगी। यहां हर तरह के रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि 2007 में इस कारखाने की स्वीकृति मिली थी जबकि 2010 में यह कारखाना बनकर तैयार हुुआ। तत्कालीन कांग्रेस सरकार का दावा था कि यहां हर साल एक हजार कोच निर्मित होंगे मगर 2014 तक इस कारखाने में कपूरथला स्थित रेल कोच फैक्ट्री में निर्मित कोचों के रंगरोगन का काम होता था।
हालात यह थे कि इस दौरान मात्र तीन फीसदी मशीन ही काम कर रही थी। हमने स्थिति को बदला। सरकार आने के तीन महीने के भीतर पहला ऐसा कोच निकला जो इस फैक्ट्री में बना हुुुुआ था। अब भाजपा सरकार के प्रयास से फैक्ट्री की सभी मशीने पूरी क्षमता से काम कर रही है।
मोदी ने कहा कि फैक्ट्री को आधुनिक बनाने का काम प्रगति पर है। पिछले साल फैक्ट्री में 711 नए कोचों का निर्माण हुआ जबकि आज इस कारखाने में 900वें कोच को हरी झंडी दिखाई गई। अगले साल मार्च तक यह आकंडा 1400 से पार करने के हरसंभव प्रयास किए जाएंगे।
अगले दो तीन बरस में कोच निर्माण की क्षमता तीन हजार प्रति वर्ष पहुंचाने की दिशा में काम किया जाएगा जबकि निकट भविष्य में यह आकंडा पांच हजार प्रति वर्ष से अधिक होने की उम्मीद है।
उन्होंने कहा कि बहुत जल्द रेल कोच फैक्ट्री में मेट्रो और सेमी हाइस्पीड ट्रेन के कोचों का निर्माण कार्य भी शुरू किया जाएगा। इससे हर तरह के रोजगार के अवसर बढेंगे। कामगारों, इंजीनियरों और तकनीशियनों को काम मिलेगा बल्कि इसका लाभ यहां स्थित लघु मध्यम उद्योगों के अलावा स्थानीय व्यापारियों को भी मिलना तय है।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि 2014 से पहले यहां के व्यापारियों से हर साल एक करोड़ रूपए का भी सामान फैक्ट्री के लिए नहीं खरीदा जाता था मगर भाजपा के शासनकाल में इस साल स्थानीय व्यापारियों से खरीद का आंकडा सवा सौ करोड़ रूपए पार कर चुका है।
बहुत जल्द उत्तर प्रदेश सरकार और रेलवे मिलकर यहां रेल इंडस्ट्रियल पार्क का निर्माण करने जा रहे हैं जो रेल कोच फैक्ट्री के लिए स्थानीय उद्यमियों और व्यापारियों से सामान की खरीद फरोख्त करेंगे।
उन्होंने कहा कि पिछली कांग्रेस सरकार ने फैक्ट्री के नाम पर ढेर सारी घोषणाएं की और मालाएं पहनीं मगर असल में यहां रोजगार के साधन मुहैया नहीं कराए। हालात यह थे कि कोच फैक्ट्री में 2014 तक कोई नई नियुक्ति नहीं हुई थी।
कर्मचारियों को कपूरथला रेल कोच फैक्ट्री से लाया गया था। उनकी सरकार अब तक दो हजार नई नियुक्तियां यहां कर चुकी है जबकि यह लक्ष्य पांच हजार तक पहुंचाना है। फैक्ट्री में स्थायी कर्मचारियों की तादाद भी 200 से बढकर 1500 हो चुकी है।
मोदी ने कहा कि रायबरेली में विकास को पंख लगाने के लिए सड़कों का संजाल बिछाया जा रहा है। राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 232 के जरिये रायबरेली से बांदा तक दो लेन सड़क अहम भूमिका निभाएगा। इसके बनने से चित्रकूट धाम पहुंचने में श्रद्धालुओं को सुविधा होगी।
सरकार सडकों के साथ साथ लोगों के स्वास्थ्य पर भी विशेष ध्यान दे रही है। अखिल भारतीय आर्युविज्ञान संस्थान के अंतर्गत मेडिकल कालेज और हास्पिटल भवन स्थानीय बाशिंदों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराएंगे। रायबरेली में प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत 500 नए भवन बनाए जा रहे हैं।