सबगुरु न्यूज। देश में कोरोना वायरस फैलने के बाद लगभग दो महीने से चौथा लॉकडाउन जारी है। इस लॉक डाउन का देश भर के लोग पालन कर रहे हैं। यही नहीं देशवासियों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी लॉकडाउन का पालन करते हुए दिल्ली स्थित प्रधानमंत्री निवास 7 लोक कल्याण मार्ग पर पर ही हैं। पिछले 3 दिनों से बंगाल की खाड़ी से उठा सबसे ताकतवर अम्फान तूफान ने पश्चिम बंगाल, उड़ीसा में जानमाल के साथ भारी तबाही मचाई है। आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल के कोलकाता और 24 परगना जिलों में इस तूफान में कई लोगों की मौत हो गई है।
आपने राज्य में भारी तबाही को देखते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मुसीबत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पुकारा है। दीदी की आवाज सुनकर पीएम नरेंद्र मोदी आज अपने घर से लगभग 3 महीने बाद बाहर निकले हैं। पीएम नरेंद्र मोदी ने आज पश्चिम बंगाल और उड़ीसा का हवाई सर्वेक्षण कर हालातों का जायजा लिया और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उड़ीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को हरसंभव मदद करने का भरोसा भी दिलाया है।
देश-विदेश का दौरा करने वाले पीएम मोदी इस बार सबसे लंबे समय तक घर पर रहे
नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बने 6 वर्ष हो गए हैं लेकिन इस बार यह पहला मौका होगा जब वह लगभग 3 माह तक घर से नहीं निकले हैं। अगर कोरोना महामारी नहीं होती तो पीएम मोदी के देश और विदेश में अभी तक कई दौरे हो जाते। सही मायने में इस महामारी ने आम लोगों के साथ पीएम मोदी के कई महत्वपूर्ण कार्य प्रभावित कर दिए हैं।
आपको जानकारी दे दें कि देश में कोरोना संक्रमण के फैलने की रफ्तार पर ब्रेक लगाने के लिए देशव्यापी लॉकडाउन 25 मार्च को लागू किया गया था। पीएम मोदी ने उसके बाद कई कार्यक्रमों में शिरकत तो की लेकिन दिल्ली से बाहर नहीं गए। लॉकडाउन के कुछ दिन पहले से ही पीएम मोदी ने दिल्ली से बाहर का कोई दौरा नहीं किया था। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगभग 86 दिनों बाद दिल्ली से बाहर निकले हैं।
मुसीबतों में ममता बनर्जी पीएम मोदी को ही याद करती हैं
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को केंद्र सरकार के अधिकांश फैसलों पर सार्वजनिक आपत्ति जताती रही हैं। यही नहीं कोरोना महामारी को लेकर केंद्र सरकार के फैसलों पर विरोध भी करती रहीं हैं। यही नहीं पीएम मोदी और अमित शाह के साथ दीदी की जुबानी जंग भी आए दिन सुर्खियों में बनी रहती है। लेकिन जब-जब ममता पर मुसीबत आती है तब वह पीएम मोदी को ही याद करती रही हैं। जब पश्चिम बंगाल में तूफान ने भारी तबाही मचाई तब ममता को पीएम मोदी को पुकारना पड़ा। प्रधानमंत्री भी ममता बनर्जी की अपील ठुकरा नहीं सके।
गौरतलब है कि ममता बनर्जी ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पश्चिम बंगाल आकर तबाही देखने की अपील की थी। उन्होंने कहा था मैंने आज तक ऐसी तबाही नहीं देखी है। मैं प्रधानमंत्री से अपील करूंगी कि वह बंगाल आएं और हालात देखें। मुख्यमंत्री ने कहा कि तूफान से राज्य को एक लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। ममता बनर्जी की अपील पर प्रधानमंत्री ने उनको दिलासा देते हुए कहा कि बंगाल के साथ पूरा देश कंधे से कंधा मिला कर खड़ा हुआ है।
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार