सबगुरु न्यूज। कोरोना वायरस की दहशत के कारण देश में लॉकडाउन पिछले एक माह से जारी है। जिस प्रकार इस खतरनाक वायरस के आगे देशवासी घरों में कैद है उसी प्रकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी जिंदगी पिछले 1 माह से भी अधिक समय से दिल्ली स्थित अपने सरकारी आवास 7 लोक कल्याण मार्ग पर सिमट कर रह गई है। जिंदगी को खूब खुलकर जीने वाले पीएम मोदी को यह लॉकडाउन पसंद नहीं आ रहा होगा, लेकिन वे जानते हैं कि कोरोना वायरस से लड़ाई लंबी है जागरूक और सचेत रहने की जरूरत है। बचपन से लेकर अभी तक कभी न रुकने वाले और निरंतर आगे बढ़ने वाले मोदी आज जरूर ठहराव महसूस कर रहे होंगे।
देश और विदेशों में अपने जादुई भाषण शैली की वजह से करोड़ों को प्रभावित करने वाले पीएम मोदी आज कोरोना वायरस के आगे लोगों के बीच सार्वजनिक स्थानों पर जा नहीं पा रहे हैं। यही नहीं उन्होंने इस बार कोरोना वायरस को देखते हुए होली मिलन समारोह के सभी कार्यक्रम भी रद कर दिए थे। पीएम मोदी को दिल्ली स्थित अपने आवास पर डेढ़ महीने से भी अधिक हो चुका है। इसके बावजूद पीएम मोदी ने हार नहीं मानी है वह इस बात को भलीभांति समझते हैं कि यह संकट और अंधेरा जल्द ही छंटेगा और एक नया उजाला सामने होगा और फिर से देशवासियों की एक बार खुशहाल जिंदगी पटरी पर लौटेगी।
पीएम भले ही लॉकडाउन में हो लेकिन हर रोज पूरे देश की खबर लेते रहते हैं
पीएम मोदी भले ही डेढ़ माह से अधिक लॉकडाउन में हो लेकिन हर रोज वह पूरे देशवासियों की कोने-कोने से खबर पर निगाह बनाए रखते हैं। यही नहीं 70 साल की आयु में भी मोदी अपने आप को स्फूर्ति और तरोताजा रखने के लिए रोजाना जोश और उमंग से भरी बातें भी करते हुए दिख जाते हैं। सुबह से उनकी दिनचर्या 7 बजे से शुरू होकर रात देर रात तक हर रोज जारी रहती है।
अगले दिन सुबह क्या-क्या कैसा और किससे बात करनी है, एक दिन पहले ही सब कुछ तय कर लेते हैं और व्यवस्थित तरीके से हर दिन सुबह से रात तक उसी पर काम करते रहते हैं पीएम मोदी। प्रत्येक राज्यों से कोरोना वायरस की अपडेट खबर लेना भी उनकी दिनचर्या में शामिल है। यही नहीं जब भारत में कोरोना वायरस की शुरुआत हुई थी तभी मोदी जान गए थे कि लड़ाई बहुत लंबी है तभी उन्होंने इसको ध्यान में रखते हुए अपने सरकारी आवास पर सारी व्यवस्थाएं धीरे धीरे शुरू कर दी थी। आज दिल्ली स्थित पीएम आवास पर सभी तकनीक से भरी सुविधाएं उपलब्ध है।
पीएम मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से आए दिन राज्यों के मुख्यमंत्रियों से करते हैं चर्चा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोरोना वायरस के संकट के बीच लगातार अपने मंत्रियों के साथ बैठक करते आए हैं। पीएम मोदी ने बीते दिनों वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भी बैठक की थी। कैबिनेट मंत्रियों के अलावा प्रधानमंत्री ने अब तक कई बार राज्य के मुख्यमंत्रियों, कई क्षेत्रों के प्रतिनिधियों और डॉक्टरों से भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोरोना संकट पर चर्चा की है। यही नहीं जो लोग कोरोना से लड़ाई में लड़ रहे हैं जैसे डॉक्टर, सिपाही, हेल्थ वर्कर आदि लोगों का हर रोज हौसला भी खूब बढ़ाते हैं।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा है कि दुनिया कोविड-19 से लड़ रही है, लेकिन भारत के ऊर्जावान और प्रगतिशील युवा अधिक स्वस्थ और समृद्ध भविष्य सुनिश्चित करने का रास्ता दिखा सकते हैं। इसके साथ पीएम मोदी ने यह भी कहा कि आजकल मेरे सरकारी आवास पर नया ऑफिस है, इंटरनेट नया मीटिंग रूम। कुछ समय के लिए सहयोगियों संग ऑफिस ब्रेक इतिहास हो गया है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भले ही इन तकनीकी सुविधाओं की वजह से मजबूत तो हो गए हैं लेकिन जीवन उनका सही मायने में घरों में ही सिमट कर रह गया है।
पीएम ने भी माना, कोरोना ने जिंदगी उलट-पुलट कर रख दी है
कोरोना वायरस एक ऐसा खतरनाक महामारी बन चुकी है कि इससे आम और खास सभी लोग प्रभावित हो रहे हैं, अभी तक इसका इलाज दुनिया भर में किसी के पास नहीं है। साथ ही इस महामारी में आज जनता के साथ और राष्ट्रअध्यक्षों तक की भी जिंदगी उलट-पुलट कर रख दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस बात को कई बार कह चुके हैं कि कोरोना वायरस से जिंदगी बहुत प्रभावित हो गई है। साथ ही अर्थव्यवस्था को इतना पीछे धकेल दिया है कि इस को संभलने में प्रतीक देशवासियों को कई वर्ष लग सकते हैं। पीएम नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस की वजह से कामकाजी लोगों के जीवन में आए बदलाव के बारे में लिखते हुए अपने अनुभव भी साझा किए हैं।
पीएम ने लिखा, ‘सदी के तीसरे दशक की शुरुआत उलट-पुलट वाली रही है। कोविड-19 साथ में कई बाधाएं लेकर आया है। कोरोना वायरस ने पेशेवर जिंदगी की रूप रेखा को पूरी तरह बदल दिया है। यही नहीं पीएम मोदी आज देश ही नहीं बल्कि दुनिया के कई देशों में इस संकट के दौर में सबसे लोकप्रिय नेता के रूप में उभरकर सामने आए हैं। आज कई देश के राष्ट्राध्यक्ष पीएम मोदी से इस वायरस से निपटने के लिए आए दिन चर्चा करते रहते हैं।
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार