प्रयागराज। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तीर्थराज प्रयाग में गंगा, श्यामल यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम तट पर मां गंगा की पूजा अर्चना की।
प्रधानमंत्री के करीब एक घंटे के प्रवास के दौरान पूरे संगम क्षेत्र को विशेष सुरक्षा दल ने अपने कब्जे में ले लिया। लंबे चौड़े मंच पर पांच आचार्य और 11 पंडितों ने वेदमंत्रों से मोदी से कुम्भ के सकुशल संपन्न होने के लिए पूजा कराई।
इस दौरान राज्यपाल राम नाईक और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य, अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेन्द्र गिरी, स्वास्थ्यमंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह मौजूद रहे।
गंगा पूजन के बाद प्रधानमंत्री ने लेटे हनुमान जी का दर्शन पूजन किया। यहां पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी समेत सभी 13 अखाडों के एक-एक प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
मोदी ने फ्लीट से संगम पहुंचकर गंगा दर्शन-पूजन किया। उन्होने संगम नोज पर स्वच्छ प्रदर्शनी का उद्घाटन कर कुम्भ मेला क्षेत्र स्थित इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सिस्टम का लोकार्पण किया।
मोदी के साथ पूरा अमले ने प्रस्तावित किले में सैनिक संरक्षण में ‘पवित्र अक्षय’ वट का दर्शन किए। उसके बाद के बाद प्रधानमंत्री की फ्लीट पुन: डीपीएस स्थित हैलीपैड रवाना हो गए जहां से वह लगभग 1500 बजे अंदावा स्थित संत निरंकारी आश्रम मैदान में जनसभा को सम्बोधित किया।
एक तरफ जहां सुरक्षा के मद्देनजर गंगा और यमुना में जवान स्टीमर पर चक्रमण करते रहे। वहीं हनुमान मंन्दिर में पूजा पाठ के दौरान किले के ऊपर सेना के जवान मुस्तैद नजर आए। जब तक प्रधानमंत्री रहे पूरा संगम क्षेत्र संगीनों के साए में सिमटा रहा।