नई दिल्ली। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 72वीं पुण्यतिथि पर गुरुवार को कृतज्ञ राष्ट्र ने उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की।राजघाट स्थित बापू की समाधि पर आयोजित राजकीय कार्यक्रम में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विभिन्न केन्द्रीय मंत्रियों, चीफ ऑफ डिफेन्स स्टाफ तथा तीनों सेनाओं के प्रमुखों ने श्रद्धापूर्वक पुष्पांजलि अर्पित की।
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह, भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी बापू की समाधि पर श्रद्धा सुमन अर्पित किये।
इस अवसर पर राजघाट पर बापू के प्रिय भजनों का गायन भी हुआ।
राष्ट्रपति ने अपने संदेश में कहा, गांधी जी ने अपने अंतिम बलिदान में हमारे लिए दूसरों से निस्वार्थ प्रेम का सतत संदेश दिया। मुझे विश्वास है कि हमसे से ज्यादातर लोग गांधी के इस सच्चे संदेश को जीवन में उतारेंगे।
नायडू ने अपने संदेश में कहा, महात्मा गांधी के विचारों में अहिंसा की अवधारणा कहीं व्यापक है जिसमें आचार, विचार और वचन की अहिंसा सम्मिलित है। यदि विचारों और वचनों में हिंसा भाव त्याग कर अहिंसा अपना लें तो दुविधा का समाधान सहज ही हो जाएगा। हमारे संवैधानिक दायित्वों में अपेक्षित है कि हिंसा का त्याग करें, बंधुत्व बढ़ाएं और अपनी साझी सांस्कृतिक विरासत और सौहार्द को बढ़ाएं।
उप राष्ट्रपति ने कहा कि बापू की पुण्यतिथि पर निजी और सार्वजनिक जीवन में, लोक संवाद में अहिंसा को व्यापक अर्थों में अपनाएं, इससे लोकतांत्रिक विमर्श अधिक सकारात्मक और सामाजिक जीवन अधिक सौहार्दपूर्ण होगा। मोदी ने कहा, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर उन्हें कोटि-कोटि नमन। पूज्य बापू के व्यक्तित्व, विचार और आदर्श हमें सशक्त, सक्षम और समृद्ध न्यू इंडिया के निर्माण के लिए प्रेरित करते रहेंगे।
लोकसभा अध्यक्ष ने अपने संदेश में कहा, विश्व को सत्य व अहिंसा के लिए प्रेरित करने वाले राष्ट्रपिता की पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि। उनका जीवन मानवतावाद की अभिव्यक्ति रहा। आज का दिन समर्पण एवं साहस से भरे हमारे जवानों की शहादत को याद करने का है। शहीद दिवस पर अमर स्वतन्त्रता सेनानियों को नमन।