नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि बहादुरी के कारनामों पर विस्तार से चर्चा की जाती है और मीडिया इसे प्रकाशित-प्रसारित करता है, इसलिए इससे अन्य बच्चों को प्रेरणा मिलती है।
प्रधानमंत्री ने 18 बच्चों को राष्ट्रीय बहादुरी पुरस्कार प्रदान करते हुए कहा कि इनके बहादुरी के कारनामें अन्य बच्चों को प्रेरित करेंगे और इससे हमेशा बच्चों के अंदर आत्मविश्वास की भावना पैदा होगी। इनमें से तीन बच्चों को मरणोपरांत यह पुरस्कार प्रदान किया गया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इनमें से अधिकतर बच्चे ग्रामीण पृष्ठभूमि के हैं और शायद उनके प्रतिदिन के संघर्ष ने उन्हें विपरीत परिस्थितियों में बहादुरी से काम करने के प्रति उनमें लचीलापन पैदा किया है।
मोदी ने सभी पुरस्कार विजेताओं, उनके अभिभावकों, शिक्षकों को इन बच्चों के बहादुर काम के लिए शुभकामना दी। उन्होंने कहा कि इस तरह की पहचान के बाद पुरस्कार प्राप्त करने वालों से भविष्य में अपेक्षाएं बढ़ गई हैं। इस असवर पर महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी भी उपस्थित थीं।