नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने इन आरोपों को गलत बताया कि उसने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की राजस्थान में रैली को देखते हुए पांच राज्यों की विधानसभा के चुनाव की तारीखों की घोषणा के लिए शनिवार को बुलाई गई प्रेस कान्फ्रेंस के समय को बदल दिया।
मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत ने शनिवार को यहां इन राज्यों के चुनाव की तारीखों की घोषणा करने से पहले ही सफाई देते हुए कहा कि अटकलबाजियों और राजनीतिक बयानबाजी के बारे में उन्हें इतना ही कहना है कि राजनेता और राजनीतिज्ञ दल हर चीज़ में राजनीति देख लेते हैं, यह उनके स्वभाव में है, इस पर उन्हें कोई टिप्पणी नहीं करनी है।
गौरतलब है कि आयोग ने आज साढ़े 12 बजे संवाददाता सम्मेलन आयोजित किया था लेकिन कुछ देर के बाद अचानक सूचना दी कि अब प्रेस कांफ्रेंस तीन बजे होगी। इस बीच कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट करके इस पर आपत्ति की और मीडिया में यह अटकलबाजी शुरू हो गई कि आयोग ने मोदी की एक बजे राजस्थान में होने वाली रैली को देखते हुए प्रेस कांफ्रेंस का समय बदल दिया।
यह कहे जाने पर कि राजस्थान में भाजपा सरकार ने किसानों के लिए कुछ घोषणा की है, तब आयोग ने चुनाव की तारीखों का एलान किया, इस पर आप की क्या प्रतिक्रिया है, रावत ने कहा कि चुनाव आयोग पर किसी तरह का कोई दबाव नहीं है, वह दो घंटे के लिए क्यों समय बदलेगा। वह किसी दिन भी चुनाव के तारीखों की घोषणा कर सकता है।
अगर किसी को कोई शिकायत हो तो वह आयोग के सामने अपनी शिकायत कर सकता है, आयोग सबको संतुष्ट करता है। आयोग कानून के अनुसार पारदर्शी निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव के लिए प्रतिबद्ध है। यह अायोग की सर्वोच्च प्राथमिकता है।