नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पीएम केयर्स फंड को लेकर विपक्ष की आलोचनाओं का जवाब देते हुए आज कहा कि इस पैसे से कोरोनाकाल के दौरान अस्पताल तैयार करने, वेंटिलेटर्स खरीदने, ऑक्सीजन प्लांट्स लगाने में बहुत मदद मिली और इस वजह से कितने ही लोगों का जीवन एवं कितने ही परिवारों का भविष्य बचाया जा सका।
मोदी ने सोमवार को उन बच्चों के लिए प्रधानमंत्री केयर्स योजना के अंतर्गत सहायता जारी की जो कोरोना काल में इस संक्रमण से अपने अभिभावकों या संरक्षक को खोने के कारण असहाय हो गए हैं। जीवन हमें कई बार अप्रत्याशित मोड़ पर लाकर खड़ा कर देता है। ऐसी स्थितियां जिनकी हमने कल्पना भी नहीं की होती हैं। हंसते-खेलते हुए अचानक अंधेरा छा जाता है, सब कुछ बदल जाता है।
कोरोना ने अनेकों लोगों के जीवन में, अनेकों परिवारों में ऐसा ही कुछ किया है। मैं जानता हूं कोरोना की वजह से जिन्होंने अपनों को खोया है, उनके जीवन में आया ये बदलाव कितना मुश्किल है, कितना कठिन है। हर दिन का संघर्ष, पल-पल का संघर्ष, नई-नई चुनौतियाँ, हर दिन की तपस्या। आज जो बच्चे हमारे साथ हैं, जिनके लिए ये कार्यक्रम हो रहा है, उनकी तकलीफ शब्दों में कहना मुश्किल है।
जो चला जाता है, उसकी हमारे पास सिर्फ चंद यादें ही रह जाती हैं। लेकिन जो रह जाता है, उसके सामने चुनौतियों का अंबार लग जाता है। ऐसी चुनौतियों में पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रेन्स, आप सभी ऐसे कोरोना प्रभावित बच्चों की मुश्किलें कम करने का एक छोटा सा प्रयास है, जिनके माता और पिता, दोनों नहीं रहे।
प्रधानमंत्री ने आज इस अवसर पर वीडियो कांफ्रेंस के जरिए संबोधित करते हुए कहा कि पीएम केयर्स में हमारे करोड़ों देशवासियों ने अपनी मेहनत, अपने पसीने की कमाई को जोड़ा है। आप याद करिए, सेवा और त्याग के कैसे कैसे उदाहरण हमारे सामने आए हैं! किसी ने अपने पूरे जीवन की कमाई दान कर दी, तो किसी ने अपने सपनों के लिए जोड़ी गई पूंजी इसमें लगा दी।
इस कोष ने कोरोनाकाल के दौरान अस्पताल तैयार करने में, वेंटिलेटर्स खरीदने में, ऑक्सीजन प्लांट्स लगाने में बहुत मदद की। इस वजह से कितने ही लोगों का जीवन बचाया जा सका, कितने ही परिवारों का भविष्य बचाया जा सका। और जो हमें असमय छोड़ गए, आज ये कोष उनके बच्चों के लिए, आप सबके भविष्य के लिए काम में आ रहा है।
प्रधानमंत्री ने आज इस अवसर पर वीडियो कांफ्रेंस के जरिए बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन इस बात की प्रतिबद्धता है कि हर देशवासी पूरी संवेदनशीलता से इन बच्चों के साथ है। उन्होंने कहा कि मुझे संतोष है कि ऐसे बच्चों की अच्छी पढ़ाई के लिए उनके घर के पास ही सरकारी या प्राइवेट स्कूलों में उनका दाखिला कराया जा चुका है।
उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत अगर किसी बच्चे को प्रोफेशनल कोर्स या उच्च शिक्षा के लिए ऋण चाहिए होगा तो पीएम केयर्स उसमें भी मदद करेगा। उन्होंने कहा कि रोजमर्रा की दूसरी जरूरतों के लिए अन्य योजनाओं के माध्यम से उनके लिए 4000 रुपए हर महीने की व्यवस्था की गई है।
मोदी ने कहा कि ऐसे बच्चे जब अपने स्कूल की पढ़ाई पूरी करेंगे तो आगे भविष्य के सपनों के लिए और भी पैसे की जरूरत होगी। इसके लिए 18 से 23 साल के युवाओं को हर महीने स्टाइपेंड मिलेगा और जब बच्चे 23 साल के होंगे तब 10 लाख रुपए उनको एकमुश्त सहायता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन के माध्यम से बच्चों को आयुष्मान हेल्थ कार्ड भी दिया जा रहा है। इससे पांच साल तक के इलाज की मुफ्त सुविधा भी उन्हें मिलेगी।
उन्होंने कहा कि पीएम केयर्स के जरिए देश अपनी इस जिम्मेदारी के निर्वाह की कोशिश कर रहा है। यह प्रयास किसी एक व्यक्ति संस्था या सरकार का मात्र प्रयास नहीं है पीएम केयर्स में हमारे करोड़ों देशवासियों ने अपनी मेहनत और पसीने की कमाई दी है।
इस अवसर पर मोदी ने कहा कि मैं जानता हूं कि कोई भी प्रयास और सहयोग आपके माता-पिता के स्नेह की भरपाई नहीं कर सकता लेकिन अपने पिता और माता के ना होने पर इस संकट की घड़ी में मां भारती आप सब बच्चों के साथ है। देश की संवेदनाएं आपके साथ हैं साथ ही आपके सपनों को पूरा करने के लिए पूरा देश आपके साथ है।
उन्होंने कहा कि इन सब प्रयासों के बीच हमें एहसास है कि कई बार बच्चों को भावनात्मक सहयोग और मानसिक मार्गदर्शन की भी जरूरत पड़ सकती है। परिवार के बड़े-बुजुर्ग तो हैं हीं, लेकिन एक कोशिश सरकार ने करने का प्रयास किया है। इसके लिए एक विशेष ‘संवाद’ सेवा भी शुरू की है। ‘संवाद हेल्पलाइन’ पर विशेषज्ञों से बच्चे, मनोवैज्ञानिक विषयों पर सलाह ले सकते हैं, उनसे चर्चा कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि महामारी की मार पूरी मानवता ने सही है। दुनिया का शायद ही कोई ऐसा कोना होगा जहां सदी की इस सबसे बड़ी त्रासदी ने लोगों को कभी ना भुलाए जाने वाले गांव न दिए हों। आपने जिस साहस और हौसले से इस संकट का सामना किया है उस और स्नेह के लिए मैं आप सभी को सैल्यूट करता हूं।
उन्होंने कहा कि निराशा के बड़े से बड़े वातावरण में भी अगर हम खुद पर भरोसा करें तो प्रकाश की किरण अवश्य दिखाई देती है हमारा देश भारत खुद ही इसका सबसे बड़ा उदाहरण प्रस्तुत करता है। इस अवसर पर भ्रष्टाचार की बुराई पर भी प्रहार किया उन्होंने कहा आज जब हमारी सरकार अपने आठ वर्ष पूरे कर रही है तो देशवासियों का आत्मविश्वास और खुद पर भरोसा अभूतपूर्व है।
उन्होंने कहा भ्रष्टाचार हजारों करोड़ के घोटाले भाई भतीजावाद देश भर में फैल रहे आतंकी संगठन क्षेत्रीय भेदभाव जिस कुछ चक्कर में देश 2014 से पहले फंसा हुआ था अब उसे बाहर निकल रहा है।
उन्हाेंने कहा कि कठिन से कठिन दिन भी गुजर जाते हैं। सबका साथ – सबका विकास, सबका विश्वास – सबका प्रयास के मंत्र पर चलते हुए भारत अब तेज गति से विकास कर रहा है। स्वच्छ भारत मिशन हो, जनधन योजना हो, उज्जवला योजना हो या फिर हर घर जल अभियान, बीते 8 वर्ष गरीब की सेवा, गरीब के कल्याण के लिए समर्पित रहे हैं।
एक परिवार के सदस्य के तौर पर, हमने ये प्रयास किया है कि गरीब के जीवन की मुश्किलें कम हों, उसका जीवन आसान बने। देशवासियों को जिस प्रकार से जहाँ भी सक्रियता से उनके लिए कुछ किया जा सकता है, कोई कमी नहीं रहने दी। जिस टेक्नोलॉजी का उपयोग करने से पहले सरकारें भी घबराती थीं, लोगों को भी आदत नहीं थी, उसी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल बढ़ाकर हमारी सरकार ने गरीब को उसके अधिकार सुनिश्चित किए हैं। अब गरीब से गरीब को भरोसा है कि सरकार की योजनाओं का लाभ उसे मिलेगा, निरंतर मिलेगा।
उन्होंने कहा कि इस भरोसे को बढ़ाने के लिए ही हमारी सरकार अब शत प्रतिशत सशक्तिकरण का अभियान चला रही है। कोई गरीब सरकारी योजनाओं के लाभ से छूटे नहीं, हर गरीब को उसका हक मिले, ये उनकी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। बीते आठ वर्षों में भारत ने जो ऊंचाई हासिल की है, वो पहले कोई सोच भी नहीं सकता था।
आज दुनिया में भारत की आन-बान-शान बढ़ी है, वैश्विक मंचों पर हमारे भारत की ताकत बढ़ी है। उन्होने कहा कि यह खुशी की बात है कि भारत की इस यात्रा का नेतृत्व युवा शक्ति ही कर रही है। उन्होंने भरोसा जताते हुए कहा कि आप सभी, हमारे बच्चे, हमारे युवा इसी हौसले और मानवीय संवेदनशीलता के साथ देश और दुनिया को रास्ता दिखाएंगे। आप सब इसी तरह आगे बढ़ते रहिए।
संकल्प लेकर के चलें, संकल्प को जीवन समर्पित करने की तैयारी करें, सपनें साकार हुए बिना रहेंगे नहीं। आप जहाँ जिस ऊँचाई पर पहुँचना चाहेंगे, दुनिया की कोई ताकत आपको रोक नहीं सकती है। अगर आपके भीतर जज्बा है, आपके भीतर संकल्प है और संकल्प को सिद्ध करने के लिए सामर्थ्य है तो आपको कभी रूकने की जरूरत नहीं है।
आज जब हमारी सरकार अपने 8 वर्ष पूरे कर रही है, तो देश का आत्मविश्वास, देशवासियों का खुद पर भरोसा भी अभूतपूर्व है। भ्रष्टाचार, हजारों करोड़ के घोटाले, भाई-भतीजावाद, देशभर में फैल रहे आतंकी संगठन, क्षेत्रीय भेदभाव, जिस कुचक्र में देश 2014 से पहले फंसा हुआ था, उससे अब बाहर निकल रहा है। ये आप सभी बच्चों के लिए इस बात का भी उदाहरण है कि कठिन से कठिन दिन भी गुजर जाते हैं।
सबका साथ – सबका विकास, सबका विश्वास – सबका प्रयास के मंत्र पर चलते हुए भारत अब तेज गति से विकास कर रहा है। स्वच्छ भारत मिशन हो, जनधन योजना हो, उज्जवला योजना हो या फिर हर घर जल अभियान, बीते 8 वर्ष गरीब की सेवा, गरीब के कल्याण के लिए समर्पित रहे हैं। एक परिवार के सदस्य के तौर पर, हमने ये प्रयास किया है कि गरीब के जीवन की मुश्किलें कम हों, उसका जीवन आसान बने।