अजमेर। एक तरफ देश के प्रधानमंत्री बुधवार को नागौर की चुनावी सभा में 19वीं सदी के एक महान भारतीय विचारक, समाज सेवी, लेखक, दार्शनिक तथा क्रान्तिकारी ज्योतिबा फुले को उनकी पुण्यतिथि पर याद कर कह रहे थे वहीं दूसरी तरफ अजमेर की चुनावी सभा में आए यूपी के मुख्यमंत्री अजमेर में ज्योतिबा फुले सर्किल से होकर गुजरे लेकिन उन्होंने वहां क्षण भर के लिए रुकना भी मुनासिब नहीं समझा।
नागौर में मोदी बोल रहे थे कि सबका साथ सबका विकास का मंत्र ज्योतिबा फुले की प्रेरणा से बना हुआ हैं। यह हिन्दुस्तान की मिट्टी लेकर आया हैं, यह सिर्फ राजनीतिक नारा नहीं हैं। यह एक सपना हैं जो सवा सौ करोड़ हिन्दुस्तानियों के कल्याण के लिए हैं।
अजमेर में भी माली समाज की ओर से ज्योतिबा फुले सर्किल पर भव्य सजावट की गई थी। सुबह से ही फुले की पुण्यतिथि के मौके पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने को आने वालों का तांता लगा था। विभिन्न सामाजिक संगठनों और राजनीतिक पार्टियों के नेताओं ने पहुंच कर उपस्थिति दर्ज कराई।
सर्किल के करीब से योगी का काफिला गुजरा, समीप ही आजाद पार्क में उन्होंने बीजेपी प्रत्याशियों के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित भी किया। माली समाज ही नहीं बल्कि बीजेपी के भी बहुतेरे समर्थकों को भरोसा था कि योगी ज्योतिबा फुले स्मारक पर जरूर रुकेंगे। योगी का काफिला सर्किल के होता हुआ आया और वापसी में फर्राटें के साथ वापस भी लौट गया।
गौरतलब है कि बीते दिनों कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के अजमेर आगमन पर माली समाज की ओर से ज्योतिबा सर्किल और प्रतिमा को भव्य रूप से सजाया गया था। बडी संख्या में माली समाज के लोग भी फूल मालाएं थामें उनके स्वागत के लिए जमा हुए। लेकिन राहुल गांधी का काफिला भी बिना रुके निकल गया और लोग मायूस हो गए।