गुवाहाटी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि उनकी सरकार द्वारा लाए गए नागरिकता संशोधन विधेयक से असम तथा पूर्वोत्तर राज्यों के हितों काे किसी तरह से नुकसान नहीं होगा।
मोदी ने गुवाहाटी में कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करने के बाद कहा कि कुछ लोग तथा राजनीतिक पार्टियां निहित प्रचार और नागरिकता संशोधन विधेयक के बारे में निराधार खबरें प्रसारित करने में जुटे हुए हैं। उन्होंने कहा कि इस विधेयक का संबंध सिर्फ पूर्वोत्तर क्षेत्र या असम से ही नहीं है।
गौरतलब है कि इस विधेयक को संसद के चालू बजट सत्र के दौरान 12 फरवरी काे राज्यसभा में पेश किये जाने की संभावना है। ऐसी आशंका है कि विपक्षी दल इस विधेयक का कड़ा विरोध करेंगे।
उन्होंने कहा कि इसका संबंध मां भारती में विश्वास रखने वाले और उनका सम्मान करने वाले देश के सभी लोगों से है। यह विधेयक पड़ोसी मुल्कों से जान बचाकर और अपने धार्मिक विश्वास को बरकरार रखने के लिए भागकर आए लोगों से संबंधित है।
उन्होंने कहा कि वे पाकिस्तान, अफगानिस्तान या यहां तक कि बांग्लादेश से आए हुए लोग भी हो सकते हैं, 1947 से पहले वे भारत का ही हिस्सा थे। जब देश का विभाजन हुआ था, तो वहां के हिंदू, ईसाई, जैन, पारसी और बौद्ध जैसे अल्पसंख्यक वापस आ गए थे। उनको समर्थन देना, यह हिंदुस्तान का कर्तव्य है।