नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि सरकार कुपोषण की समस्या के समाधान के लिए मिशन मोड में काम कर रही है।
मोदी ने यहां राष्ट्रपति भवन में गांधी शांति पुरस्कार समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि बचपन स्वस्थ होगा तो भारत स्वस्थ रहेगा। उन्होंने कहा कि इसकी सफलता के लिए जन भागीदारी जरुरी है। जनभागीदारी से शक्ति बढती है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने आजादी की लड़ाई को जनआन्दोलन बनाया था।
उन्होंने स्कूली बच्चों को मध्याह्न भोजन उपलब्ध कराने वाली स्वयं सेवी संस्था अक्षय पात्र के कामकाज की सराहना करते हुए कहा कि इसने अपने कार्य को पेशेवर बनाया है। इसके तीन अरब वीं थाली उन्हें मथुरा में परोसने का मौका मिला था।
मोदी ने कुष्ठ रोग की समस्या की चर्चा करते हुए कहा कि बापू सप्ताह में एक दिन ऐसे रोगियों की सेवा में अपना समय देते थे। कुष्ठ रोग को लेकर समाज में जन जागरण आया है और समाज की मानसिकता बदलने लगी है।
कुष्ठ रोगियों को समाज की मुख्यधारा में शामिल किया जाने लगा है। प्रधानमंत्री ने स्वच्छता के लिए सुलभ इंटरनेशल के प्रयासों की भी सराहना की और कहा कि राष्ट्रपिता ने भी कहा था कि आजादी और स्वच्छता में से किसी एक चीज को चुनना हो तो वह स्वच्छता को पसंद करेंगे।